खेल

अब वक्त ने ली है करवट


कभी भारतको देते थे दर्द अब विरोधियोंको उनकी ही दवाका स्वाद चखा रही टीम इण्डिया
नयी दिल्ली (एजेन्सियां)। मेलबर्न टेस्टका तीसरा दिन। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे। संघर्षकी कमान मैथ्यू वेडने थाम रखी थी। पारीका ३५वां ओवर था। जसप्रीत बुमराहने एक शानदार बाउंसर मारा, जो सीधा जाकर मैथ्यू वेडके हेलमेटपर लगा। उस वक्त वो ३४ रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। वेड को समझ ही नहीं आया कि बुमराहकी बाउंसरका जवाब कैसे देना है? खुद को कैसे बचाना है? नतीजा सिर्फ छह रन और जोड़कर वो पवेलियन लौट गये। बाउंसर का डर उनपर भारी पड़ा। इससे पहले मेलबर्न टेस्ट मैचके पहले दिनको याद कीजिए लाबुशेन बल्लेबाजी कर रहे थे। लंचके बाद अपने टेस्ट करियरकी शुरूआत करने वाले मोहम्मद सिराजके हाथमें गेंद थी। उन्होंने आस्ट्रेलियाई पारीके ३६वें ओवरमें कुछ ऐसी ही हालत लाबुशेन की कर दी थी। सिराजके बाउंसरका लाबुशेनके पास कोई जवाब नहीं था। खेल भावनाके लिहाजसे बात करें तो हो सकता है बहुत से लोगोंको ये बात पसंद न आये लेकिन लंबे समय तक भारतीय बल्लेबाजोंको इसी तरह चोट लगते देख चुके भारतीय क्रिकेट प्रशंसकोंके लिए ये तस्वीरें बहुत खास हैं। उन्हें राहत देने वाली। उनमें इस बातका भरोसा जगाने वाली कि अब भारतीय गेंदबाज भी विरोधी बल्लेबाजोंकी हेलमेट चटकानेका दम रखते हैं। भारतीय गेंदबाजोंके इसी दमखमकी बदौलत मेलबर्न टेस्टमें भारतीय टीम मजबूत स्थिति में है। जहां मैचके चौथे दिन उसे जीत का इंतजार है। देशी-विदेशी पिचोंपर भारतीय स्पिनर्स की कामयाबीका तो लंबा इतिहास है लेकिन विदेशी पिचोंपर जिस स्विंग, सीम और शार्ट पिच गेंदबाजीसे भारतीय बल्लेबाजोंको डराया जाता था, अब उन्हीं हथियारोंके साथ भारतीय तेज गेंदबाज मैदान में उतरते हैं। आस्ट्रेलियाके खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीजमें भारतीय तेज गेंदबाजोंने कंगारुओंको बैकफुटपर धकेला हुआ है। मोहम्मद शमी और उमेश यादवकी चोटके बाद भी १४ विकेट तेज गेंदबाजोंके खातेमें है। इसकी वजह ये है कि अब भारतीय गेंदबाज विरोधी टीमके बल्लेबाजों को बाकायदा डरा रहे हैं। उनके हेलमेट पर गेंद लग रही है। ग्लव्सके बावजूद ऊंगलियों में चोट लग रही है। बाउंसर और शार्ट पिच गेंदसे घबरानेका भारतीय बल्लेबाजों का इतिहास पुराना है। वेस्टइंडीजके खिलाफ १९७६ का एक टेस्ट मैच तो बहुत ही मशहूर है जब भारतकी आधी टीमको अस्पताल जाना पड़ा था। डेनिस लिली से लेकर ब्रेट ली ने कई मौकों पर भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया है लेकिन अब वक्त ने करवट ली है। अब जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाज दुनिया की नंबर एक टीम के बल्लेबाजों को डराते हैं।