नासिक, : महाराष्ट्र के नासिक में बुधवार को एक अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई रुक जाने के कारण इलाज करा रहे 22 मरीजों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में अपनी जान गंवा चुके मृतकों के परिवार को उद्धव सरकार ने 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हुए विश्वास दिलाया कि जो भी इस घटना के जिम्मेदार होंगे, उन्हें बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक बयान में कहा गया है कि किसी को भी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
दरअसल, नासिक के जाकिर हुसैन हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच बुधवार को अस्पताल में टैंक को भरते वक्त ऑक्सीजन टैंकर लीक हो गया, जिसके बाद ऑक्सीन पूरे अस्पताल परिसार में फैल गई और पूरा इलाका धुआं-धुआं हो गया। इस बीच आनन-फानन में ऑक्सीजन के रिसाव को रोकने के लिए काम शुरू किया गया, लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने से इस बीच 22 मरीजों की सांसें उखड़ गई।जानकारी के मुताबिक कुल 150 कोरोना रोगी अस्पताल में भर्ती थे, जिनमें से 23 वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
11 पुरुष और 11 महिलाएं
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने घटना को लेकर कहा कि यह पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की गई है किन कारणों से चलते यह बड़ी दुर्घटना हुई है। मरने वाले मरीजों में 11 पुरुष और 11 महिलाएं शामिल थी। इधर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि जब कोविड-19 मरीजों को बचाने के लिए पूरे महाराष्ट्र में स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, वहीं ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों को सख्त सजा दी जाएगी।