- कोलकाता: नारदा केस में तृणमूल नेता व मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्र एंव पूर्व मेयर शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी पर हंगामा मच गया है। निजाम पैलेस के 14वीं मंजिल पर सभी को अलग-अलग कमरों में रखा गया है। सूबे की मुख्यमंत्री ममता भी यहां पर पहुंच गई और अपनी गिरफ्तार की मांग की।
ममता ने कहा, ”मुझे भी गिरफ्तार किया जाए वरना यहां से नहीं निकलूंगी।” संयुक्त सीपी, क्राइम मुरलीधर शर्मा, टीएमसी सांसद और वकील कल्याण बनर्जी सीबीआई ऑफिस पहुंचे। इसके साथ ही सीबीआई दफ्तार के सामने और शहर के कई स्थानों पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। मिली जानकारी के अनुसार, टीएमसी समर्थकों ने सीबीआई दफ्तर के सामने बैरिकेड को तोड़ा।
विधानसभा चुनाव की मतगणना के दौरान टीएमसी के विजयी होने के ठीक एक हफ्ते बाद 9 मई को, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी।
गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने इसे “अवैध” और “अलोकतांत्रिक” कहा। इस बीच, टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा, ‘सीबीआई ने हमें सूचित नहीं किया। अगर उन्हें गिरफ्तार किया गया है, तो यह अवैध है। विधान सभा अध्यक्ष की पूर्व अनुमति की आवश्यकता होती है, लेकिन नहीं ली गई।’
शोभन चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद निजाम पैलेस पहुंची विधायक पत्नी रत्ना चटोपाध्याय ने कहा, ”नहीं मालूम उन्हें क्यों किया गिरफ्तार।”
वहीं तृणमूल के 4 वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी के बाद भाजपा मुख्यालय पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय में फोन किया और हमले की आशंका जताई।