पटना

बिहारशरीफ: प्रथम प्रयास में ही प्रियेश ने हासिल की बीपीएससी में सफलता


किसान की बेटी अरनोज्या ने पायी बीपीएससी में सफलता

बिहारशरीफ (आससे)। नालंदा जिले के कई छात्र-छात्राओं ने बीपीएससी की 64वीं परीक्षा में अपना परचम लहराया है। रहुई के पेशौर निवासी ईंस्पेक्टर अशोक कुमार के पुत्र प्रियेश प्रियदर्शी ने इस परीक्षा में 254 वां रैंक लाकर डिस्ट्रिक्ट ऑडिट ऑफिसर का पद पाया है। प्रियेश का यह पहला प्रयास था। प्रियेश की सफलता पर परिवार के लोग पूरी तरह खुश है।

पिता पहले बिहार थाना में इंस्पेक्टर भी रह चुके है। तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर रहा प्रियेश सैनिक स्कूल पुरुलिया से 10वीं की पढ़ाई की जबकि 12वीं की पढ़ाई शिवम कॉन्वेंट पटना से किया। बाद में बीआईटी मेसरा से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और तैयारी के लिए दिल्ली चले गये। पहले ही प्रयास में उन्होंने बीपीएससी में सफलता हासिल की। प्रियेश की बड़ी बहन बैंक में प्रबंधक है, जबकि छोटी बहन गाइनेकोलॉजिस्ट में पोस्ट ग्रेजुएट कर रही है।

जिले के बिंद प्रखंड के रामपुर गांव की अरनोज्या ने बिहार प्रशासनिक लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने परिवार सहित जिले का नाम रौशन किया है। बिल्कुल ग्रामीण परिवेश से आने वाली अरनोज्या के पिता किसान है, जबकि मां गृहिणी है। उसकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में हुई, जबकि मैट्रिक और इंटर की शिक्षा ईसान इंटरनेशनल स्कूल पटना से हासिल की।

2014 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने ओरियेंटर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग भोपाल चली गयी। इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद वह बीपीएससी की तैयारी में जुटी और तीसरी बार में यह सफलता हासिल की। अब वह अल्पसंख्यक कल्याण ऑफिसर बनेगी। अरनोज्या ने सफलता का श्रेय अपने पिता रामचंद्र प्रसाद, माता सुविस्ता देवी और भाई राजकमल को दिया, जो सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमाडेंट के पद पर हैं।