- नई दिल्ली, । कोरोना महामारी की दूसरी लहर में समय पर ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण कई मरीजों की जान चली गई लेकिन केंद्र सरकार ने ये मानने से इंकार कर दिया था। वहीं अब पहली बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये सच्चाई स्वीकार की है। पहली बार मंत्रालय ने पुष्टि की है कि कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतें हुई थीं। केंद्र ने मंगलवार को संसद को सूचित किया कि आंध्र प्रदेश में ऑक्सीजन संकट में कुछ मरीजों की मौत हुई है।
मंत्रालय ने संसद में कहा, “कुछ मरीज जो वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे, उनकी कोविड -19 के इलाज के दौरान मौत हो गई।”स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि 9 अगस्त को, आंध्र प्रदेश सरकार ने एसवीआरआर अस्पताल में 10 मई को कुछ मौतों के बारे में जवाब भेजा था, जहां कुछ मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
केंद्र ने अपने लिखित जवाब में कहा है कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, “ऐसा प्रतीत होता है कि 10KL ऑक्सीजन टैंक के लेवलिंग और ऑक्सीजन लाइनों में इस अस्पताल के बैकअप मैनिफोल्ड सिस्टम को चालू करने के बीच के अंतराल के परिणामस्वरूप दबाव में गिरावट आई है।