पटना

नहीं रहे पूर्व विधानसभाध्यक्ष सदानंद सिंह


कहलगांव में राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि आज

पटना (आससे)। कांग्रेस के दिग्गज एवं पूर्व विधानसभाध्यक्ष सदानंद सिंह का बुधवार की सुबह क्यूरिस होटल में निधन हो गया। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया। वे ७८ वर्ष के थे। वे अपने पीछे मां, पत्नी, एक पुत्र और तीन पुत्रियों को छोड़ गये थे। वे लंबे समय से लीवर संबंधी बीमारी से पीडि़त थे। श्री सिंह नौ बार विधायक रहे। कांग्रेस शासन काल में ऊर्जा राज्य मंत्री एवं सिंचाई मंत्री भी रहे थे। वर्ष २००० से २००५ तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रहे थे। वे कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता के रुप में १० वर्ष तक कुशलता पूर्व अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन किया था। इससे पूर्व बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे थे। श्री सिंह के निधन की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके पुत्र से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी थी तथा उनकी अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ करने की घोषणा की थी। उनका गुरूवार को भागलपुर के कहलगांव में राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि होगी।

जुलाई में लीवर संबंधी बीमारी के चलते दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डाक्टरों ने द्वारा उन्हें पटना ले जाने की सलाह देने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से पटना लाया गया तथा सगुना मोड़ के क्यूरिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें देखने के लिए कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डा मदन मोहन झा, बिहार विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिंह, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह समेत कई नेता वहां पहुंच उनका हाल चाल पूछा था उन्हें शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी।


सीएम, स्पीकर समेत कई अन्य ने विधानसभा में दी श्रद्धांजलि

पटना (आससे)। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय सदानंद सिंह को विधानसभा परिसर में श्रद्घांजलि दी गयी। इसके बाद वहां से उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम लाया गया। वहां भूतनाथ रोड स्थित उनके आवास पर पार्थिव शरीर लाया गया जहां उनके शुभचिंतकों व मित्रों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर अंतिम विदायी दी। दोपहर बाद उनका पार्थिव शरीर भागलपुर के कहलगांव के लिए रवाना हुआ।

विधानसभा परिसर में जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पहुंचा वैसे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौवे, पूर्व विधानसभाध्यक्ष व शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी समेत कई मंत्रियों एवं विधायकों ने पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सदानंद बाबू के निधन से हमलोग बहुत दुखी हैं। वे एक लोकप्रिय नेता रहे हैं। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष, बिहार सरकार में मंत्री रहे रहे हैं साथ ही विधानसभा के नौ बार सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका सभी से मित्रवत व्यवहार था। हमलोगों का भी उनसे बहुत पहले से संबंध रहा है। उनकी उम्र भी ज्यादा नहीं थी, बीमारी के कारण उनका निधन हो गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वो बीमार पड़े थे तो उनके पुत्र शुभानंद मुकेश से बातचीत भी हुई थी। वे दिल्ली से लौटकर आये तो यहां भी उनका इलाज चल रहा था। आज अचानक उनका निधन हो गया। वे बहुत ही लोकप्रिंय नेता रहे हैं, हमलोगों के मन में उनके प्रति श्रद्घा का भाव है। हमलोग सभी उनके प्रति श्रद्घांजलि अर्पित करते हैं, उनके प्रति आदर का भाव रखते हैं। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।


उनके निधन की सूचना मिलते ही कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्ïवीट कर कहा है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह जी के निधन का समाचार दुखद है। वे बिहार कांग्रेस परिवार के महत्वपूर्ण हिस्सा थे। बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक स्वर्गीय सदानंद सिंह का जाना पार्टी सहित पूरे बिहार के राजनीति के लिए एक क्षति है। जिसकी निकट भविष्य में पूर्ति संभव नहीं है। वे कांग्रेस के सच्चे सिपाही थे।

गुरूवार को कहलगांव में उनके पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि में बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास, प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौड़, प्रदेश अध्यक्ष डा मदन मोहन झा समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे। इनके अतिरिक्त कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर, मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, अजय कपूर, वृजलाल खबरी, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष निखिल कुमार, सांसद डा अखिलेश प्रसाद सिंह, चंदन यादव, शकील अहमद  एवं चंदन बागची मौजूद रहेंगे।