पटना

पंचायत चुनाव: पहले चरण की वोटिंग कल


      • 12 प्रखंडों के 2119 बूथों पर होगा इवीएम से वोटिंग
      • कर्मियों को मिली एग्जिक्यूटिव मजिस्ट्रेट की जिम्मेवारी

(आज समाचार सेवा)

पटना। गांव की सरकार चुनने के लिए पहले चरण की वोटिंग शुक्रवार को होगी। वोटिंग को लेकर मतदान वाले क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा रहेगा। सुरक्षा के लिहाज से मतदान वाले प्रखंड की सीमा को सील कर दिया गया है। प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को अपने पक्ष में आकर्षित करने के लिए अपनाये जा रहे हथकंडों पर प्रशासन व पुलिस की पैनी नजर है। इस बीच राज्य निर्वाचन आयोग के परामर्श पर गया, औीरंगाबाद और रोहतास के कतिपय कर्मिश्यों को विशेष कार्यपालक इंडाधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेवारी दी गयी है जो मतदान संपन्न कराये जाने तक प्रभावी रहेगा।

राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार शुक्रवार को १० जिले के १२ प्रखंडों के २११९ मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू होगी जो शाम पांच बजे तक मतदान होगा। निष्पक्ष व कदाचार मुक्त मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम  करने का राज्य निर्वाचन आयोग ने दावा किया है।

प्रथम चरण में रोहतास के दावथ और संझौली, कैमूर के कुदरा, गया के बेलागंज और खिजरसराय, नवादा के गोविंदपुर, औरंगाबाद के औरंगाबाद, जहानाबाद के काको, अरवल के सोनभद्र और बंशी सूर्यपुर, मुंगेर के तारापुर, जमुई के सिंकंदरा और बांका के धोरैया प्रखंड  १५१ पंचायत के लिए २१२९ मतदान केंद्रों पर वोट डाले जायेंगे। आयोग से प्राप्त सूचना के अनुसार शुक्रवार को १५१ पंचायत में १५१ मुखिया, १५१ सरपंच, २२३३ पंचायत सदस्य, २२३३ ग्राम कचहरी पंच, १९५ पंचायत समिति तथा २२ जिला परिषद सदस्यों का निर्वाचन होना है। प्रथम चरण में ८५८ पंच निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं, जबकि ७२ सीटों के लिए एक भी नामांकन का परचा दाखिल नहीं किया गया। मतगणना २६ सितंबर को होगी। मतदान वाले प्र,खंडों पर नजर रखने के लिए प्रेक्षक पहुंच गये हैं।

प्रथम चरण के मतदान वाले अधिकांश क्षेत्र नक्सल प्रभावित इलाके में हैं। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। ऐहतियात के तौर पर पूरे जिला को सील कर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। खुफिया एजेंसियों पर प्राप्त इनपुट के आधार पर मतदान वाले प्रखंडों  में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। रिपार्ट में कहा गया है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए  नक्सली संगठन और आपराधिक तत्व तथा असामाजिक तत्वों के द्वारा मतदान के दौरान और मतदान के बाद अशांति फैलाया जा सकता है।

प्रशासन को यह भी सूचना है कि वोटरों को प्रभावित करने के लिए देशी और विदेशी शराब का खेप मतदान वाले इलाकों में सीमावर्ती राज्यों से लाया गया है। इसके मद्देनजर खुफिया तंत्र को अलर्ट कर जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही है। प्रचार अभियान के दौरान कई जगहों पर प्रत्याशियों द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की सूचना मिली है। वोटरों को प्रभावित करने को लेकर प्रत्याशियों द्वारा नोट बांटने की भी सूचना है। इसके मद्देनजर प्रशासन हाई अलर्ट पर है।