भारतीय वायुसेना के पूंजीगत व्यय में २३ फीसदी की वृद्धि
नयी दिल्ली(आससे)। चीन के साथ लंबे समय से चल रहे तनाव और पाकिस्तान की ओर से लगातार जारी आतंकी घुसपैठ के बीच खरीद और सेनाओं के आधुनिकीकरण के लिए 18फीसदी की वृद्धि के साथ रक्षा क्षेत्र का बजट 1.37 फीसदी बढ़ाकर 4,78,196 लाख करोड़ रुपये किया गया है। यह रक्षा पूंजीगत व्यय में लगभग 19 प्रतिशत की वृद्धि है। भारतीय वायुसेना के पूंजीगत व्यय में लगभग 23फीसदी की वृद्धि हुई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे 15 वर्षों में रक्षा के लिए पूंजी परिव्यय में सबसे अधिक वृद्धि बताया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में देश में 100 नए सैनिक स्कूल खोलने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने ऐलान किया कि देश में करीब 100 नए सैनिक स्कूल बनाए जाएंगे और लेह में केंद्रीय यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएगी। पिछले साल के मुकाबले आज के बजट में भारतीय वायुसेना के पूंजीगत व्यय में लगभग 23त्न की वृद्धि हुई है। वायुसेना को 36 अतिरिक्त राफेल के ऑर्डर को पूरा करने के लिए पूंजीगत बजट में कम से कम 12-15 फीसदी की वृद्धि की आवश्यकता थी। हालांकि वायुसेना को और मजबूत करने के लिए इस वृद्धि को भी कम से कम 10फीसदी सालाना वृद्धि के साथ कई वर्षों तक बरकरार रखना होगा।अपने भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लेह में केंद्रीय यूनिवर्सिटी बनाए जाने का ऐलान किया है। लद्दाख में रहने वाले सभी छात्रों को आसानी से उच्च शिक्षा प्राप्त हो सके, इसके लिए सरकार ने यूनिवर्सिटी बनाने का निर्णय लिया है। इसी के साथ भविष्य में एनजीओ, प्राइवेट स्कूलों और राज्यों के साथ भागेदारी में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित करने का ऐलान किया है। भारत का रक्षा बजट पिछले वित्तीय वर्ष में 471378 करोड़ रुपये था जिसे वर्ष 2021-2022 के लिए बढ़ाकर 4.78 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।