विश्व शांति स्तूप राजगीर के 52वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से संपन्न
राजगीर (नालंदा) (आससे)। ‘नम-म्यो-हो-रेंगे-क्यो…..’ मंत्रेच्चारण के साथ विश्व शांति स्तूप राजगीर की 52वीं वर्षगांठ धूमधाम से मना। कोविड को लेकर विदेशी गेस्ट तो नहीं पहुंचे लेकिन काफी संख्या में बौद्ध धर्मावलंबियों ने इस समारोह में शिरकत की। वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित प्रार्थना समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल फग्गु चौहान ने हिस्सा लिया।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि भगवान बुद्ध के उपदेश आज भी प्रासंगिक है और इसी संदेश को प्रासंगिक बनाकर मानव कल्याण और विश्व में शांति कायम की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज देश दुनिया में अशांति का माहौल है। ऐसे में भगवान बुद्ध द्वारा दिये गये संदेश को अपना कर हीं विश्व में शांति कायम की जा सकती है।
राज्यपाल ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर्यटन के विकास के लिए लगातार प्रयास करने में लगे हैं आज पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए इस ऐतिहासिक व पौराणिक स्थलों पर कई प्रोजेक्ट तैयार कर धर्म स्थलों को जोड़ने का कार्य किया गया है जिससे पर्यटकों में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के अनुयाई विश्व के सभी कोने कोने में फैला हुआ है। राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि 2600 सौ ई पूर्व में इस रत्नागिरी पर्वत के सामने गृद्धकूट पर्वत से भगवान बुद्ध ने 8 वर्षों तक सदृमपुणडरीक सूत्र का महान उपदेश दिया था जिसकी गूंज विश्व के कोने-कोने में फैली है।
इसके पूर्व अपने संबोधन में पर्यटन विकास के सचिव संतोष मल्ल ने समारोह में आये बौद्ध भिक्षुओं का अभिवादन किया तथा बताया कि बिहार में बौद्ध पर्यटन केंद्र के विकास के लिए कई परियोजनाएं चल रही है। इसके पूर्व राजगीर बुद्ध विहार सोसाइटी के सचिव महाश्वेता महारथी ने राज्यपाल तथा आगत अतिथियों का स्वागत किया। जबकि विश्व शांति स्तूप के प्रधान पुजारी भिक्षुक टी- ओकोनोगी ने विश्व शांति स्तूप पर आयोजित बौद्ध कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर महाबोधी मंदिर राजगीर के पुजारी भी उपस्थित थे।
बताते चले कि कोविड के कारण जापान सहित विभिन्न बौद्ध देशों के प्रतिनिधि समारोह में हिस्सा नहीं ले सके। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शुभकामना संदेश भी पढ़ा गया। समारोह में बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंधक निदेशक प्रभाकर, जिलाधकारी योगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस., बोधगया टेंपल मैनेजमेंट के सदस्य अरविंद सिंह, किरण लामा, जनार्दन प्रसाद, डॉ. जनार्दन उपाध्याय आदि उपस्थित थे।