पटना

बेगूसराय: ससमय फाइल जमा नहीं करने वाले बाबुओं की अब खैर नहीं : डीपीओ


बेगूसराय (आससे)। बाबुओं की अब खैर नहीं शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ ने पत्र जारी कर सभी कर्मियों को आदेश जारी कर कहा है कि जो कर्मी ससमय सरकारी आदेश या सरकारी पत्रों को उपस्थापन नहीं करते हैं। उनके खिलाफ वरीय अधिकारी को लिखा जाएगा। बताते चलें कि 18 नवंबर को पत्रांक 4635 पत्र प्रेषित कर सभी लिपिक को आदेश जारी करते हुए कहा है कि सभी सरकारी पत्रों जैसे विधानसभा, लोकसभा, न्यायालय से संबंधित, मुख्यमंत्री जनता दरबार, लोकायुक्त, सूचना के अधिकार, मानवाधिकार आयोग, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय से प्राप्त पत्र एवं सेवांत लाभ से संबंधित पत्रों का निष्पादन पत्र प्राप्ति के साथ ही 3 दिनों के अंदर करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही उक्त पत्रों से संबंधित संचिका को उपस्थापन में किसी प्रकार के विलंब स्वीकार नहीं की जाएगी।

बताते चलें कि जिले के कई प्रखंडों से सेवांत लाभ से संबंधित मामलों को लेकर स्थापना डीपीओ के पास शिकायत मिलती रहती है। इसी को लेकर स्थापना डीपीओ रविंदर साहू ने पत्र प्रेषित कर विभाग से संबंधित लिपिक को हिदायत दिया है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी की शिकायत विभाग को मिलती है तो विभाग कार्रवाई करने को लेकर वरीय अधिकारी को लिखा जायेगा। वही इस पत्र की प्रतिलिपि क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदशक, जिला पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजी गई है।

वही इस पत्र के निकलने से अवकाश प्राप्त कर चुके शिक्षकों में खुशी व्याप्त है कि ससमय सेवांत लाभ मिल जायेगा। ज्ञात हो की अवकाश प्राप्त कर चुके शिक्षकों के सेवांत लाभ से संबंधित फाइल एक टेबल से दूसरे टेबल पर जाने में काफी समय लग जाते हैं। जिसके कारण शिक्षक कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं। वही बिचौलिया भी सेवानिवृत्त शिक्षक से कमाई करने में लगे रहते हैं।

हालांकि एक-दो प्रखंड ऐसे भी हैं जहां पर सेवांत लाभ से संबंधित कागजात का कार्य  ससमय पूरे होने की बात कही जा रही हैं। लेकिन ज्यादातर प्रखंड में अवकाश प्राप्त शिक्षकों के साथ भाया दोहन भी शिक्षा विभाग के कुछ कर्मचारियों के द्वारा किया जाता रहा है। साथ ही यह भी सुनने को मिल रहा है कि विभाग के वरीय अधिकारी के नाम पर राशि के लेन-देन की जाती है। हालांकि यह एक जांच का विषय है इसमें कितनी सत्यता है यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा। अब देखना यह होगा कि इस आदेश से कितने अवकाश प्राप्त शिक्षकों को लाभ मिल पाते हैं।