पटना

जातिगत जनगणना पर कभी भी सर्वदलीय बैठक, सभी दलों में बन गयी है सहमति : नीतीश


पटना (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जातिगत जनगणना को लेकर सभी दलों में सहमति बन गयी है। कभी भी सर्वदलीय बैठक हो सकती है। मुख्यमंत्री सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब दे रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिगत जनगणना पर सभी दलों की एक राय है। सरकार के स्तर पर भी तौर तरीकों पर विचार चल रहा है। उसे अंतिम रुप देने के बाद कभी भी तिथि व समय निर्धारत कर सर्वदलीय बैठक हो सकती है। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना से घाटा थोड़े है, इससे सबको को फायदा ही होगा।

उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री को भी अपनी पार्टी के लोगों से बातचीत करने के लिए कहा है। बाकी सब लोगों से बातचीत हो गयी है। जब वे बातचीत कर लेंगे और इसके बारे में बतायेंगे, उसके बाद ऑल पार्टी मीअिंग की जायेगी। इन प्रिसिपल हम पहले से ही जातीय जनगणना को लेकर बार-बार कह रहे हैं। हम इसलिए ऑल पार्टी मीटिंग करना चाह रहे हैं कि इस बारे में सब लोगों की समझ बहुत साफ होनी चाएि। जनगणना हम किस तरह से करायेंगे, उस पर सभी लोगों की एक राय होनी चाहिए। इसके बारे में कैसे करेंगे, किस प्रकार से करेंगे, किस माध्यम से करेंगे, इस सब पर पूरी तैयारी करा रहे हैं। जब इस पर सबकी राय बन जायेगी तो सारी चीजों को मीटिग में फाइनल करेंगे।

उन्होंनें कहा कि हमलोग जातीय जनगणना के पक्ष में है, इससे सबको फायदा होगा, ये बहुत ठीक चीज है। हमलोग इसे ठीक ढंग से करवायेंगे ताकि कोई मिस न करे। बहुत लोग सब कास्ट ही बालेंगे कास्ट नहीं बालेंगे इसलिए सबकास्ट और कास्ट को हर तरह से देखना है। एक-एक चीज के लिए हमने लोगों को कहा भी है, बात भी की है। क्या-क्या किया जायेगा, इन सब चीजों के बारे में अभी कुछ नहीं कहेंगे। जब मीटिग होगी उसी समय कुछ बातों को रखेंगे। सबकी सहमति से जो बात निकलेगी उसी के आधार पर सरकार की तरफ से कास्ट बेस्ड सेंशस का जो तरीका होगा उसके बारे में एलान करेंगे। जैसे ही सबकी सहमति आयेगी उसके बाद एक डेट तय करेंगे और पूरे डिटेल में हमलोग बातचीत करेंगे। हमको नही लगता है किसी तरह की असहमति को कोर्अ गुंजाईश है।

केंद्र सरकार के इनकार के बाद  राज्य के सभी राजनीतिक दलों नें विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री से मिला था। उस वक्त सीएम ने कहा था कि जल्द ही हम इस मुद्ïदे पर सर्वदलीय बैठक बुलायेंगे। उस प्रतिनिधिमंडल में शिक्षा मंत्री सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, कांग्रेस विधानमंडल दल के अध्यक्ष अजित शर्मा, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, सीपीआइएम के रामरतन सिंह, सीपीआइ के अजय कुमार, एआइएमएम के अख्तरुल इमाम, हम से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, वीआइपी से स्वर्णा सिंह समेत कई नेता थे।

उल्लेखनीय है कि जातिगत जनगणना को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी सरकार के साथ खड़ा होने की बात कही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा संजय जायसवाल भी कहते हैं कि यदि सरकार अपने खर्च पर जातिगत जनगणना कराना चाहती है तो इसमें हर्ज क्या है।