गोरखपुर, । समपार फाटकों (रेलवे क्रासिंग) पर दुर्घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाने के साथ रेलवे प्रशासन ने पूर्व सैनिकों को रोजगार देने की भी योजना तैयार की है। इसके लिए सभी अनारक्षित समपार फाटकों पर पूर्व सैनिक रखे जा रहे हैं। लखनऊ और इज्जतनगर मंडल के 323 फाटकों पर पूर्व सैनिक रखे जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए 20 जनवरी 2022 तक आवेदन मांगे गए हैं। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार अभ्यर्थी 20 जनवरी को शाम 05.00 बजे तक पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) की अधिकृत वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध है।
20 जनवरी तक कर सकते हैं एनईआर की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन
कोई आवेदन शुल्क निर्धारित नहीं है। शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल उत्तीर्ण या समकक्ष है। एक जुलाई 2022 तक अभ्यर्थी की अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष निर्धारित है। पूर्व सैनिकों के चयन का आधार उनकी सैन्य सेवा की अवधि होगी। अभिलेखों के सत्यापन के दौरान आवेदन का ङ्क्षप्रट प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
जेडीसीई के तहत ग्रुप-सी के रिक्त पदों को भरने की समय सीमा बढ़ी
ग्रुप डी में तैनात चतुर्थ श्रेणी रेलकर्मियों के लिए राहतभरी खबर है। रेलवे बोर्ड ने जनरल डिपार्टमेंटल कंपटेटिव एग्जाम (जीडीसीई) के माध्यम से ग्रुप सी के 25 प्रतिशत रिक्त पदों को भरने की समय सीमा बढ़ा दी है। अब चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 31 मार्च 2024 तक जीडीसीई के माध्यम से पदोन्नति पा सकेंगे।
इन लोगों को होगा फायदा
31 मार्च 2022 तक जीडीसीई के माध्यम से 25 प्रतिशत रिक्त पदों को भरने का दिशा-निर्देश जारी था। रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से रेल लाइनों पर कार्य करने वाले ट्रैकमैनों और कार्यालयों में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को और दो वर्ष तक स्टेशन मास्टर, सहायक लोको पायलट, टिकट परीक्षक और क्लर्क बनने का अवसर मिलता रहेगा। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय व संयुक्त महामंत्री एके सिंंह ने रेलवे बोर्ड के निर्णय का स्वागत किया है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को उनकी योग्यता के आधार पर आगे बढऩे का मौका मिलता रहेगा।