पटना। यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू अब अपने दम पर चुनाव मैदान में दिखेगा। भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात पर सहमति तो थी पर सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनने की वजह से अब अकेले चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया गया है। जदयू के यूपी प्रभारी केसी त्यागी ने कहा कि मंगलवार को लखनऊ में पार्टी की होने वाली बैठक में यह तय होगा कि जदयू कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा। बैठक में वह खुद भी मौजूद रहेंगे।
जदयू एनडीए के अंग के रूप में यूपी विधानसभा चुनाव में दिखेगा इस पर लगातार सकारात्मक बातें कहीं जा रही थीं। जदयू नेताओं ने कहा था कि बात बन गई है। सीटों को लेकर भाजपा में स्थिति सहज नहीं थी। यूपी में एनडीए के घटक के रूप में शामिल कुछ दल उन्हीं सीटों पर लड़ना चाहते थे जिनके लिए जदयू की सक्रियता थी। जदयू ने तीन दर्जन सीटों की सूची भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को सौैंपी थी। बीस से कम सीटों पर जदयू लड़ने को तैयार नहीं थी। केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को जदयू नेतृत्व ने सीट शेयरिंग को ले अधिकृत किया था। इस मुद्दे पर बात नहीं बनी। जदयू नेतृत्व आरंभ से ही यह कह रहा था कि अगर बात नहीं बनी तो जदयू अपने बूते चुनाव मैदान में रहेगा।
जदयू के वरिष्ठ नेता व यूपी के प्रभारी केसी त्यागी ने कहा कि मंगलवार की बैठक में जदयू के यूपी प्रदेश अध्यक्ष व पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहेंगे। जिन लोगों ने जदयू की टिकट पर चुनाव लड़ने को ले आवेदन दिया है वे सभी लोग बैठक में शामिल रहेंगे। उक्त बैठक में ही यह तय होगा कि यूपी विधानसभा चुनाव में कितनी सीटों पर जदयू के प्रत्याशी मैदान में रहेंगे। जदयू के यूपी प्रभारी ने कहा कि यूपी में हमलोग बिहार माडल को सामने रख चुनाव मैदान में रहेंगे। पिछड़ा व अति पिछड़ा समाज के हितों तथा न्याय के साथ विकास के नारे को जिस तरह से बिहार में नीतीश कुमार ने आगे किया उसे ही यूपी में भी बुलंद किया जाएगा।