नई दिल्ली, उच्च शिक्षा को नई ऊंचाई देने और उसके सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) को तेजी से बढ़ाने में जुटी सरकार का फोकस ऐसे संस्थानों को भी विकसित करने पर है, जहां देश के भविष्य को बेहतर ढंग से संवारा जा सके। इसके लिए प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसा उच्च शिक्षण संस्थान खड़ा करने की तैयारी है, जिसमें शोध सहित सभी विषयों की पढ़ाई हो सके। फिलहाल 2030 तक सभी जिलों में ऐसे कम से कम एक बहुविषयक उच्च शिक्षण संस्थानों को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
यूजीसी ने बनाया रोडमैप
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों पर आगे बढ़ते हुए शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इसको लेकर एक रोडमैप तैयार किया है। इसका ड्राफ्ट भी जारी किया है। साथ ही सभी उच्च शिक्षण संस्थानों, शिक्षाविदों और छात्रों से इस पर राय मांगी है। इसमें अलग-अलग विषयों की शिक्षा देने वाले संस्थानों को एक साथ जोड़ने सहित उनके बीच दोहरे डिग्री कोर्स भी शुरू करने का सुझाव दिया है