कानपुर, परेड में नई सड़क पर जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल में मास्टरमाइंड बताया जा रहा हयात जफर हाशमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह बवाल के बाद से फरार हो गया था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। बताया जा रहा है कि वह कानपुर के बाहर कहीं छिपा था, जहां से एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया है। हालांकि कानपुर कमिश्नरेट के अधिकारी अभी उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
कानपुर का हयात जफर हाशमी मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन का अध्यक्ष है और पहले भी माहौल बिगाड़ने के प्रयास में उसका नाम आ चुका है। शहर में बीते वर्षों में हुए उपद्रव के बाद उसका नाम सामने आया था। कानपुर में बवाल से पहले भी उसने लोगों को जोड़ने के लिए तैयारी की थी। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के बाद से वह फरार हो गया था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
कुछ साल पहले उसने मकान खाली कराने के लिए अपनी मां और बहन को उकसाकर डीएम कार्यालय भेजा था, जहां उसके कहने पर मां-बेटी ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली थी। दोनों को गंभीर हालत में एलएलआर अस्पताल लाया गया था। उपचार के दौरान मां-बेटी की मौत हो गई थी। हयात जफर हाशमी घर पर राशन कोटे की दुकान चलाता है और इंटरनेट मीडिया के सोशल प्लेटफार्म पर सक्रिय रहता है। बीते वर्षों में कानपुर में एनआरसी और सीएए को लेकर बवाल में भी उसकी भूमिका सामने आई थी। 21 अक्टूबर को उसने मूलगंज से मेस्टन रोड, शिवाला बाजार, रामनारायण बाजार होते हुए फूलबाग तक जुलूस ए मोहम्मदी निकाला था, जिसमें उसपर मुकदमा भी दर्ज हुआ था।