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Antilia case: मनसुख के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में झोल क्योंकि अटॉप्सी के वक्त ये शख्स था मौजूद


मुंबई: एंटीलिया केस में NIA ने बड़ा खुलासा किया है। चूंकि जांच और डायटम रिपोर्ट दोनों के रिजल्ट में फर्क है। सूत्रों के मुताबिक हिरेन को पहले कार में 2-3 लोगों ने मारा फिर उसे पानी में फेंका गया था। इधर डायटम रिपोर्ट के मुताबिक मनसुख जब पानी गिरा तक वो जिंदा था। इस पूरे ममाले में जांच कर रही NIA को एक बड़ा सबूत हाथ लगा है।

सूत्रों की मानें तो NIA को इस बात के सबूत मिल चुके हैं कि जब मनसुख हिरेन का पोस्टमार्टम किया जा रहा था उस वक्त अस्पताल में सचिन वझे मौजूद था। ऐसे में अब NIA ने पोस्टमार्ट करने वाले डॉक्टरों को रडार पर ले लिया है। अब उन्हीं से पूछताछ जारी है। फिलहाल NIA अस्पताल के तीन डॉक्टरों से मामले को लेकर पूछताछ कर रही है।

NIA को पता चला है कि जब हिरेन का शव अस्पताल ले जाया गया था जब वहां वझे भी पहुंचा था। उसने मनसुख हिरेन के भाई विनोद हिरेन से मुलाकात भी की थी। बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच के अधिकारी अलकनूर ने वझे को अनुमति दी थी। अब अलकनूर से भी पूछा जा रहा है कि उन्होंने वझे को वहां जाने की अनुमति क्यों दी?

गौरतलब है कि जब तक केस क्राइम ब्रांच के पास था, केस सॉल्व करने की बजाय जांच के नाम पर सचिन वाजे सबूत मिटा रहा था। NIA की जांच में ये बात भी सामने आ चुकी है कि जहां से स्कॉर्पियो की नंबर प्लेट बदली गई थी वहां के भी सीसीटीवी फुटेज सचिन वाजे ने जांच के नाम पर हथिया लिए थे। वहां से सीसीटीवी का DVR तो ले लिया था पर रिकॉर्ड में नहीं दिखाया था।

NIA ने जब वाजे के ऑफिस की जांच की तो उसमें लैपटॉप, आई पैड और दो फोन के साथ उसकी ही सोसायटी का डीवीआर तो मिला, लेकिन उस दूकान का डीवीआर नहीं मिला। जबकि सचिन वाजे खुद चार पुलिसकर्मियों के साथ नम्बर प्लेट वाली दुकान पर जांच के लिए गया था।