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Assam: AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन का सर्वे- पहले चरण में मिलेंगी 30-32 सीटों पर जीत


असम (Assam) में 47 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च को पहले चरण का मतदान हो चुका है और दूसरे चरण में आज 1 अप्रैल (39 विधानसभा) को वोट डाले जा रहे हैं. इस बीच AIUDF के प्रमुख बदरूद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) ने दावा किया है कि पहले चरण में उनका गठबंधन 30-32 सीटों पर जीत दर्ज करेगा. बदरूद्दीन ने कहा, “पहले चरण में हमारी 30-32 सीटें आ रही हैं और ये हमारा क्षेत्र है तो दूसरे चरण में इसमें बीजेपी के आगे बढ़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता. हमारे महागठबंधन की सरकार बनेगी. ये (BJP) बांग्लादेशियों को लाते हैं, हम बांग्लादेशियों को लाने वाले नहीं, भगाने वाले हैं.”

AIUDF चीफ असम में चुनाव प्रचार के लिए लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. हाल ही में बदरुद्दीन ने एक बयान जारी कर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘राज्य की बीजेपी सरकार पिछले चुनाव में किए गए अपनी सभी वादों को पूरा करने में विफल रही. CAA हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा है, हम इसके खिलाफ लड़ेंगे और इसे समाप्त करेंगे.’ मालूम हो कि इस बार के विधानसभा में चुनाव के लिए कांग्रेस और AIUDF और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BDF) के साथ गठबंधन किया है.

असम विधानसभा में 126 सीटें हैं. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 60 सीटों पर जीत मिली थी. BJP ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सालों के कांग्रेस शासन का अंत करते हुए पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सत्ता हासिल की थी. पिछले चुनाव में बोडोलैंड डेमोक्रेटिक फ्रंट (BDF) ने BJP और असम गण परिषद (AGP) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उसने 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस बार में चुनाव में BDF ने कांग्रेस और AIUDF के साथ गठबंधन किया है

असम की राजनीति में मौलाना बदरुद्दीन का इतिहास 2005 से शुरू होता है. जब मौलाना बदरुद्दीन ने ‘असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (AIUDF) की स्थापना की. इसके बाद साल 2006 के विधानसभा चुनावों में पहली बार हाथ आजमाया और 10 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की. बदरुद्दीन खुद 2006 की विधानसभा चुनाव में उतरे और एक साथ दो सीटों पर चुनाव लड़ा और जीता. यहीं से असम में लोग बदरुद्दीन का लोहा मानने लगे और धीरे-धीरे उन्होंने पूरे असम के मुसलमानों में अपनी पैठ बना ली.