सम्पादकीय

दार्शनिक अनुभूतियोंके निष्कर्ष

हृदयनारायण दीक्षित     मनोनुकूल वक्तव्य प्रिय लगते हैं। हम सब वरिष्ठोंके वक्तव्य सुनते हैं। वक्ता कभी-कभी हमारे मनकी बात भी कहते हैं। वक्ता मूलत: अपने मनकी बात करते हैं लेकिन उसके मनकी बात हमारे मनसे मिलती है। हम प्रसन्न होते हैं। हम मनोनुकूल वक्तव्य सुनकर ही वक्तासे प्रभावित होते हैं। दूसरेसे प्रभावित होनेका मुख्य कारण हमारा […]

सम्पादकीय

दो राष्टï्रपतियोंकी मुलाकातके निहितार्थ

आर.डी. सत्येन्द्र कुमार महाशक्तियोंके बीचके सम्बन्ध अन्तर्विरोधसे भरपूर होते हैं। अभी वह सहयोग दर्शाता है तो कुछ ही समय बाद वह संघर्षकी मौजूदगीकी तस्वीर पेश करता है। कुल मिलाकर उनके सम्बन्ध अस्थिरता प्रदर्शित करते हैं। बाइडेनके नेतृत्वमें अमेरिका एवं पुतिनके नेतृत्वमें रूस एक अरसेसे इसी अस्थिर स्थितिको प्रदर्शित करते रहे हैं। एक दौर था जब […]

सम्पादकीय

समाधि

जग्गी वासुदेव समाधि किसे कहते हैं। समाधि शब्दको ज्यादातर गलत समझा गया है। लोग समाधिको मौत जैसी कोई परिस्थिति मान लेते हैं। समाधि शब्द दो शब्दोंसे मिलकर बना है ‘समÓ और ‘धीÓ। ‘समÓ का मतलब है एक जैसा होना और ‘धीÓ का मतलब बुद्धि है। यदि आप बुद्धिके एक समान स्तरपर पहुंच जायं, जहां आप […]

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चित्रकूटधाम,विंध्यधाम विकास परिषदका होगा गठन

१२ प्रस्तावों पर यूपी कैबिनेट की मुहर लखनऊ (आससे)। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के लोकभवन में कैबिनेट की अहम  बैठक बुलाई । बैठक के दौरान एक दर्जन अहम प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी है। इसमें जेवर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और बेसिक शिक्षा में मृतक आश्रित की नियुक्ति प्रक्रिया […]

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यूपीमें नहीं होगी आक्सीजन की कमी -मुख्य मंत्री

११४ ऑक्सीजन प्लांट हुए क्रियाशील लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का दावा है कि अब प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। ऑक्सीजन के मामले में प्रदेश आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। यहां 114 ऑक्सीजन प्लांट हुए क्रियाशील हो गए हैं। शुक्रवार को पांच नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की स्वीकृति मिली है। […]

सम्पादकीय

बेहतरीके लिए संवाद

जम्मू-कश्मीरमें तेजीसे चल रही परिसीमन प्रक्रियाके बीच दिल्लीमें प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीकी पहलपर आयोजित सर्वदलीय बैठक काफी सफल और सार्थक रही। अनुच्छेद ३७० हटाये जानेके बाद आयोजित पहली बैठक राज्यके विभिन्न दलोंके नेताओं और केन्द्र सरकारके बीच द्विपक्षीय संवादका प्रभावशाली माध्यम भी बना। सहभागी नेताओंने खुले मनसे अपनी बातें रखी और सरकारकी ओरसे भी विकास […]

सम्पादकीय

वैदिक शिक्षाका आदर्श चरित्र

डा. वरिंदर भाटिया     देशकी अनूठी विरासतके रूपमें वैदिक शिक्षाकी काफी खूबियां रही हैं। हमारा वर्तमान शिक्षाजगत इनसे ज्यादा नहीं है। इसलिए वैदिक शिक्षासे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओंसे अवगत होना जरूरी है। वैदिक शिक्षा सांस्कृतिक दृष्टिपर बल देती है। इसके मुताबिक शिक्षित व्यक्तिको साहित्य, कला, संगीत आदिकी समझ होनी चाहिए। उसे जीवनके उच्च आदर्शोंका ज्ञान भी […]

सम्पादकीय

कितनी घातक होगी तीसरी लहर

डा. दीपकुमार शुक्ल     अनलाक प्रक्रियाके बाद देशमें कोरोना संक्रमितोंका आंकड़ा ३,००,८२,७७८ तथा मरनेवालोंकी संख्या ३,९१,९८१ पहुंच गयी है। हालांकि मरनेवालोंकी संख्याके सरकारी आंकड़ोंपर अबतक कई बार अंगुली उठ चुकी है। कुछ समाचरपत्रों तथा चैनलोंके मुताबिक देशभरमें कोरोना संक्रमणसे मरनेवालोंकी संख्या ४२ लाखसे भी अधिक है। इनमें श्मशान घाटोंमें कोरोना प्रोटोकालके तहत होनेवाले अन्तिम संस्कारके आंकड़ों […]

सम्पादकीय

विरासतके वर्चस्वकी लड़ाईमें बिखरे परिवार

आनन्द शुक्ल भारतका राजनीतिक इतिहास चाचा-भतीजे, पिता-पुत्र, ससुर-दामाद और यहांतक कि सास-बहूके बीच सियासी विरासतको लेकर आपसी संघर्षोंकी घटनाओंसे भरा पड़ा है। राजनीतिक वारिसको लेकर वर्चस्वकी लड़ाईके कारण अबतक कई परिवार बिखर गये। पूर्व केन्द्रीयमंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवानकी लोक जनशक्ति पार्टीमें चाचा-भतीजेके बीच वर्चस्वको लेकर छिड़ी जंग उदाहरणके रूपमें सामने है। लोजपाके सांसद एवं स्व.पासवानके […]

सम्पादकीय

रिश्ते

जयति लोगोंके मनमें एक धारणा घर कर गयी है कि परिवारमें किसीका आध्यात्मिक रुझान रिश्तोंके मार्गमें बाधक है। हालांकि आध्यात्मिक मार्ग इस बातकी मांग नहीं करता कि आप अपने रिश्तोंको छोड़ दीजिए लेकिन रिश्ते अक्सर यह मांग करते हैं कि आप आध्यात्मिक राह छोड़ दीजिए। दुर्भाग्यसे बहुत सारे लोग रिश्तोंका ख्याल करके अपने आध्यात्मिक पथका […]