भदोही, । फर्जी बैंक बीएसएमजे (भारत सेवा मानव जीवन ) के मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी को सौंपी गई है। 10 लाख से अधिक का मामला होने के कारण एसपी डा. अनिल कुमार ने इसकी जांच कराने की सिफारिश ईओडब्ल्यू वाराणसी से की है।
इस मामले में अब तक चार डायरेक्टर गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि दस हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। भदोही सहित पूर्वांचल के आठ जिलों में इसका जाल फैला हुआ था। 38 से अधिक शाखा खोलकर गरीबों की गाढ़ी कमाई को दो गुणा करने का झांसा दिया जा रहा था।
क्या है मामला
भदोही पुलिस 19 मई को बीएसएमजे बैंक का भंडाफोड़ किया था। भदोही सहित पूर्वांचल के कई जिलों में शाखा खोलकर 17 करोड़ से अधिक का टर्नओवर किया जा रहा था। पहले दिन उसके दो सीएमडी, तीसरे दिन वाराणसी शाखा चलाने वाले कथित प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया था। चौथे आरोपित शीतला प्रसाद को भी पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जबकि एक सीएमडी की तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार ने बताया कि मामला बहुत बड़ा होने के कारण पूरी जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई है।
अब तक चार आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार
पुलिस अब तक इस फर्जी बैंक के दो सीएमडी व अन्य दो आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है। अभी भी इसके चार डायरेक्टर फरार चल रहे हैं। एसपी का कहना है भदोही, वाराणसी, सोनभद्र, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, देवरिया, मिर्जापुर जिले में 38 शाखाओं पर ताला लटका है। पुलिस की उन पर नजर है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। बैंक का भंडाफोड़ होने के बाद लगातार शिकायतें भी बढ़ गई हैं।
पैसे डबल करने का दिया था लालच
फर्जी बैंक मामले में लगातार गिरफ्तारियां कर रही भदोही पुलिस ने बताया कि ‘BSMJ क्वासी बैंक’ के नाम से प्रदेश के सोनभद्र, गाजीपुर, भदोही, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, मिर्जापुर और देवरिया में अपनी शाखा खोल दी। इस फर्जी बैंक ने लोगों के पैसे डबल करने की स्कीम चला रखी थी। ठगी के इस अनोखे तरीके का आखिर में भंडाफोड़ हो ही गया।