हैदराबाद, । कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुक्रवार को विराम लेगी और शनिवार को तेलंगाना के मेडक से फिर से शुरू होगी।भारत जोड़ो यात्रा का आज 58वां दिन है।
भारत जोड़ो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा 4 नवंबर को एक दिन का ब्रेक लेगी। हम 5 नवंबर को तेलंगाना के मेडक से नए सिरे से यात्रा की शुरुआत करेंगे।
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा मतदान वाले तेलंगाना में 19 विधानसभा और सात संसदीय क्षेत्रों को कवर करेगी, जो 7 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करने से पहले 375 किमी की दूरी तय करेगी।
वायनाड के सांसद दक्षिणी राज्य में पार्टी के प्रचार के दौरान खेल, व्यवसाय और मनोरंजन क्षेत्रों की हस्तियों सहित विभिन्न समुदायों के बुद्धिजीवियों और नेताओं से मिलते रहे हैं। पिछले सप्ताह यात्रा के तेलंगाना चरण की शुरुआत करने से पहले गांधी ने केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में मैराथन वाक की थी। तेलंगाना राज्य कांग्रेस ने यात्रा के समन्वय के लिए 10 विशेष समितियों का गठन किया है।
भारत जोड़ो यात्रा की शुरूआत
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को बीते रविवार ब्रेक लग गया था। सांसद राहुल गांधी को कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ताजपोशी के लिए दिल्ली जाना पड़ा था। जिसके कारण तीन दिन तक भारत जोड़ो यात्रा रुकी रही। हालांकि, 27 अक्टूबर को भारत जोड़ो यात्रा फिर से शुरु हो गई थी।
जानकारी के लिए बता दें कि 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई थी। ये यात्रा अगले साल कश्मीर में खत्म होगी। यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा पैदल सबसे लंबा मार्च है। तमिलनाडु में हरी झंडी दिखाने के बाद यात्रा पहले ही केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है।
पूर्व नौसेना प्रमुख पत्नी संग भारत जोड़ो यात्रा में हुए थे शामिल
पूर्व नौसेना प्रमुख ने अपनी पत्नी ललिता रामदास के साथ भारत जोड़ो यात्रा के 57वें दिन राहुल गांधी के साथ पदयात्रा की। ललिता रामदास पहले भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल रामदास कटारी की बेटी हैं। कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, लोकसभा सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी और पार्टी के अन्य नेता भी पदयात्रा में शामिल हुए। राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही इस यात्रा ने 23 अक्टूबर को तेलंगाना में प्रवेश किया था। यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी।