कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर को खतरनाक बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार आम जनता की मदद में कोई कमी नहीं रखेगी। राजस्थान में सप्ताहांत का कर्फ्यू शनिवार शाम 6 बजे शुरू हो गया जो सोमवार सुबह 5 बजे तक रहेगा। उसके बाद भी राज्य सरकार ने हर शाम 6 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है। राज्य में कोरोना की स्थिति को लेकर प्रदेशवासियों के नाम अपने संदेश में सीएम गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार लोगों की जान और आजीविका को लेकर चिंतित है और वायरस के प्रसार को रोकने के लिये जरूरी कदम उठाए गए हैं।
विभिन्न चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,”आप देख रहे हैं कि इलेक्शन के अंदर तो सारी हदें पार हो गईं। मना करने की गुहार लगाने के बावजूद न्यायपालिका ने भी चुनाव की अनुमति दे दी। यह उनका अपना फैसला है। इलेक्शन कमीशन को अपनी ड्यूटी अदा करनी थी, वो भी इलेक्शन करवाने लग गए और हम लोगों ने भी गलतियां कीं। जिस प्रकार से बिहार के चुनाव शुरू हुए थे, लाखों की रैलियां हो रही थीं, अब पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं तो देख लिया आपने कि क्या-क्या हो रहा है। राजस्थान में उपचुनाव के लिए भी रैलियां हो रही थीं, कुछ हद तक तो हम भी जिम्मेदार हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की जो दूसरी लहर आई है, उसने पिछले एक महीने से पूरी तरह तबाही मचा दी है। उन्होंने कहा कि 15 मार्च को 250 केस आ रहे थे, अब साढ़े 6-7 हजार मामले प्रतिदिन आ रहे हैं। मृत्युदर शून्य हो गई थी, आज 31 लोगों की जान चली गयी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का ये स्वरूप बहुत ही खतरनाक है। इसके साथ ही गहलोत ने लोगों से मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करने की अपील करते हुए लोगों से कहा है कि नंबर आने पर टीकाकरण अवश्य करवाएं।