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Congress President : मधुसूदन मिस्त्री ने कहा- कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह होगी पारदर्शी


नई दिल्ली, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह खुली रहेगी और इसमें कुछ भी नहीं छिपाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि नए कांग्रेस अध्यक्ष को राज्य प्रमुखों और AICC प्रतिनिधियों को नियुक्त करने के लिए अधिकृत करते हुए प्रस्ताव पारित करेंगे। मिस्त्री ने कहा कि इस प्रक्रिया का पार्टी प्रमुख चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

रिटर्निंग अधिकारियों के साथ बैठक

मिस्त्री ने कहा, ‘मैंने पहले कहा था और मैं दोहराता हूं कि जो लोग नामांकन दाखिल करना चाहते हैं और अन्य पीसीसी के 10 लोगों का समर्थन चाहते हैं, तो वे क्यूआर कोड वाले प्रतिनिधियों के आईडी कार्ड की जांच कर सकते हैं, या वे 20 सितंबर से AICC मुख्यालय में मतदाता सूची देख सकते हैं।’ संगठनात्मक चुनाव कराने वाले प्राधिकरण के अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने नए अध्यक्ष के चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार को प्रदेश के रिटर्निंग अधिकारियों के साथ बैठक की।

नए अध्यक्ष के चुनाव पर नहीं पड़ेगा असर

मिस्त्री ने कहा, ‘प्रदेश के रिटर्निंग अधिकारी PCC प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाएंगे, जहां वे नए अध्यक्ष को PCC अध्यक्षों और AICC प्रतिनिधियों को नियुक्त करने के लिए अधिकृत करने के लिए प्रस्ताव पारित करेंगे।’ उन्होंने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस प्रक्रिया का कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव 9,000 से अधिक PCC प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। PCC प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावों को पारित करने के बाद, नया अध्यक्ष राज्य प्रमुखों और AICC प्रतिनिधियों को नियुक्त करेगा।

अशोक गहलोत बन सकते हैं अध्यक्ष

उन्होंने कहा कि CWC चुनाव प्रक्रिया AICC सत्र के बाद होती है, जो कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद होता है। मिस्त्री ने कहा कि ज्यादातर PCC के प्रतिनिधि सर्वसम्मति से चुने गए हैं, लेकिन पार्टी की अंडमान और निकोबार द्वीप इकाई में चुनाव और मतदान होता है। बता दें कि राहुल गांधी से एक बार फिर पार्टी प्रमुख के रूप में पदभार संभालने का अनुरोध करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वह कथित तौर पर इस पद के इच्छुक नहीं हैं और चाहते हैं कि एक गैर-गांधी को चुना जाए। सूत्रों ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शीर्ष पद के लिए सबसे आगे हैं।