भुवनेश्वर, । मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास का कहना है कि चक्रवात अब दक्षिण अंडमान सागर से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इसके 10 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है, इसके बाद यह ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा।वहींं मौसम विभाग ने संभावित चक्रवात को लेकर आज शाम तक स्थिति स्पष्ट हो जाने की उम्मीद भी जताई है। 10 मई को उत्तर आंध्र एवं ओडिशा तट के पश्चिम केंद्रीय बंगोंपसागर पहुंचेगा ऐसे में 10 मई को भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। आइएमडी ने गंजाम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर में भारी बारिश को लेकर पीली चेतावनी जारी की गई है।
गौरतलब है कि राज्य के 18 संवेदनशील जिलों में सुरक्षा को देखते हुए आपातकालीन कार्यालयों और नियंत्रण कक्षों को 24 घंटे खोले रखने के निर्देश शुक्रवार को ही जारी कर दिए गए थे। खास कर कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। वहीं विशेष राहत आयुक्त ने स्थानीय बीडीओ और तहसीलदार को बाढ़ आश्रय स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही लोगों के लिए सुरक्षित स्थान या पक्के मकान की पहचान कर आश्रय स्थल बनाने के लिए कहा है। प्रत्येक आश्रय स्थल में लोगों की सहायता के लिए आशा कार्यकर्ता या शिक्षक, आरक्षक या होमगार्ड जिनमें दो पुरुष व एक महिला को नियुक्त किया जाएगा। इन आश्रय स्थलों में ये लोग पानी, शौचालय, लाइट, जनरेटर आदि की व्यवस्था है या नहीं, इसका ध्यान रखेंगे और उपलब्ध करवाने में मदद करेंगे।