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Delhi: हादसे के बाद उठने की कोशिश में कार में फंसी थी युवती, अगर ऐसा किया होता तो बच सकती थी जान


नई दिल्ली, । देशभर में राजधानी को शर्मसार करने वाली सुल्तानपुरी की घटना में वाहन की तेज गति के साथ ही चालक की अमानवीयता भी सामने आई है। दरअसल, हादसे के बाद कार के सामने आई युवती ने उठने का प्रयास किया था, लेकिन आरोपितों के कार नहीं रोकने की वजह से वह दोबारा चपेट में आ गई।

इस बीच भी युवती ने खुद को बचाने के लिए संघर्ष किया और कार के आगे का हिस्सा पकड़ लिया, लेकिन आरोपित कार को दौड़ाते रहे। इससे युवती की जींस कार के बोनट और पहियों के बीच किसी हिस्से में फंस गई और कुछ ही देर में उसकी जान चली गई। यह बात पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आई है।

 

इससे पहले सोमवार को विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था सागर प्रीत हुड्डा ने मुख्यालय में पत्रकार वार्ता कर घटना की जानकारी दी थी। पुलिस के मुताबिक सुल्तानपुर में संकरी सड़क पर सामने से आ रही स्कूटी सवार युवती को टक्कर मारने के बाद युवती को आरोपितों ने करीब 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए। इसके बाद कंझावला में एक यू टर्न लेने के दौरान युवती का शव नीचे जमीन पर गिर गया। इसके बाद कार सवार पांचों आरोपित मौके से फरार हो गए। घटना के दौरान कार में बैठे सभी पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

शव देखकर कांप गई रूह

सुल्तानपुरी हादसे में मरने वाली युवती के शव को लोक नायक अस्पताल में देखकर डाक्टरों तक की रूह कांप गई। उनका कहना था कि इससे पहले उन्होंने किसी हादसे में मरने वाले का शव इस तरह का नहीं देखा है। शव की स्थिति ऐसी थी कि उसे शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है। मेडिकल वेलफेयर की टीम के हिस्सा दुष्यंत ने बताया कि युवती का आधा सिर, दोनों पैर और करीब आधा शरीर सड़क पर रगड़ने के कारण गायब हो गया था।

मुरथल जाने के भी नहीं मिले साक्ष्य

घटना को लेकर आरोपित लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने अब तक घटना की सही जानकारी पुलिस को नहीं दी है। प्राथमिक पूछताछ में आरोपितों ने मुरथल जाने की बात कही थी, लेकिन पुलिस को अब तक की जांच में उनके मुरथल जाने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। ऐसे में पुलिस आरोपितों के बयान पर भी अब ज्यादा भरोसा नहीं कर पा रही है। ऐसे में पुलिस अब साक्ष्यों के आधार पर घटना की टाइमलाइन बनाकर सच्चाई का पता लगाने का प्रयास करेगी।

डाक्टरों को भी लग रही साजिश

डाक्टर बोले, देखने से ऐसा लग रहा है कि युवती के साथ साजिशन ऐसा किया गया है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही स्थिति स्पष्ट होगी। शव गृह में मौजूद पीड़िता के जानकार डा. भूपेंद्र चौरसिया ने बताया कि यह एक बर्बर तरीके से की गई हत्या है। शुरुआत में जिला पुलिस की ओर से मामले को हल्के में लेकर जांच की गई। पुलिस की कहानी में अभी भी कई झोल हैं, जिनके कुछ जवाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मिलने की उम्मीद है।

पुलिस आयुक्त बोले, नजीर बनेगी कर्रवाई

घटना को लेकर पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सोमवार को स्वजन को भरोसा दिया है कि पुलिस सख्त कानूनी कार्रवाई करके एक नजीर पेश करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी कई टीमें मामले की जांच में लगी हुई हैं। हम पीड़ित परिवार के लगातार संपर्क में हैं। हम उनको हर संभव मदद मुहैया करा रहे हैं। दुख की घड़ी में हम पीड़ित परिवार के साथ हैं। मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि जांच से स्थापित तथ्यों के अनुसार, हम कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करके एक उदाहरण पेश करेंगे, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

तीन डाक्टरों की टीम ने किया पोस्टमार्टम

सोमवार देर शाम लोकनायक अस्पताल के शव गृह में तीन डाक्टरों की बोर्ड ने युवती के शव का पोस्टमार्टम किया। करीब 40 मिनट तक पोस्टमार्टम चला। सूत्रों की मानें तो मंगलवार दोपहर बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल जाएगी। स्वजन का कहना था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही वे लोग शव लेंगे।

ये आरोपित किए गए हैं गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने मंगोलपुरी निवासी दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और कृष्णा विहार निवासी मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया है। दीपक ग्रामीण सेवा की बस चलाता है। अमित खन्ना उत्तम नगर में क्रेडिट कार्ड बनाने का काम करता है। कृष्ण कनाट प्लेस के स्पेनिश कल्चर सेंटर में काम करता है। मिथुन नारायणा में हेयर ड्रेसर व मनोज मित्तल इलाके में राशन डीलर का काम करता है। मनोज मंगोलपुरी वार्ड का सह संयोजक भी है।

जांच के लिए बनाया गया है मेडिकल बोर्ड

जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड बनाया गया है, जिनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच का जा रही है। पुलिस युवती के स्वजन से भी जांच को साझा कर रही है। आरोपितों की तीन दिन की कस्टडी मिली है। उनसे पूछताछ के बाद घटना की सच्चाई के बारे में पता लगाया जाएगा। उसके बाद ही जांच को सही दिशा मिल सकेगी।

पुलिस सीसीटीवी कैमरों व चश्मीदीदों से पूछताछ के आधार पर साक्ष्य जुटा रही है। ताकि, आरोपितों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जा सके। पोस्टमार्टम के बाद जो भी नई जानकारी मिलेगी उस अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

शव की 23 तस्वीरें पुलिस ने फोरेंसिक टीम से कीं साझा

शव की 23 तस्वीरें पुलिस के पास हैं। इन तस्वीरों को पुलिस ने फोरेंसिक टीम से साझा किया है। सूत्रों ने बताया कि शव के पिछले हिस्से में सबसे ज्यादा जख्म हैं। यह तस्वीरें काफी वीभत्स हैं। तस्वीरों में सिर फटा हुआ दिख रहा है, घसीटने की वजह से शव का पिछला हिस्सा बुरी तरह जख्मी दिखाई दे रहा है। हाथ और पैर पूरी तरह फट चुके दिख रहे हैं। इन तस्वीरों को शव का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की टीम को भी दिखाई गई हैं।