अहमदाबाद: सोमवार सुबह गुजरात के कच्छ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 रही. जिला प्रशासन का कहना है कि भूकंप के कारण किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना अभी तक नहीं मिली है. गांधीनगर स्थित इंस्टीटूयट ऑफ सिस्मोलॉजिकल रिसर्च (ISR) के मुताबिक भूकंप के ये झटके सुबह लगभग 7.42 बजे महसूस किए गए और इसका केंद्र कच्छ जिले के पूर्वोत्तर हिस्से में दुधई के नजदीक 18.6 किमी की गहराई पर था. गौरतलब है कि कच्छ हाई रिस्क सिस्मिक जोन में आता है.
बता दें पिछले साल 30 दिसंबर को भी सुबह 9.46 बजे के आसपास 4.3 तीव्रता के भूकंप ने कच्छ को हिला दिया। यह भूकंप कच्छ के अधिकांश हिस्सों में महसूस किया गया था. इसके अलावा सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों में भी इसके हल्के झटके महसूस हुए थे. वहीं, गुजरात के गिर सोमनाथ में दिसंबर के पहले सप्ताह में 1.7 से 3.3 तीव्रता वाले भूकंप के 19 झटके महसूस किए गए थे. हालांकि तीव्रता कम होने के कारण किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था. गांधीनगर स्थित भूकंप अनुसंधान संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे मानसून के कारण होने वाली भूकंपीय गतिविधि बताया था, जो अक्सर भारी बारिश होने के बाद देखी जाती है.
इससे पहले 2001 के जनवरी महीने में कच्छ में एक बड़ा भूकंप दर्ज किया गया था. इस भूकंप में हजारों लोग मारे गए थे और लाखों घर क्षतिग्रस्त हुए थे. 26 जनवरी 2001 को आए इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 7.7 आंकी गई थी. पूरा शहर मलबे के ढेर में तब्दील हो गया था. कच्छ और भुज में 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे और डेढ़ लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इस भूकंप ने करीब 4 लाख मकानों को तहस-नहस कर दिया था.