श्रीनगर। 11 हजार वर्ष पूर्व बसा कश्मीर का सूयापुर समय के साथ सोपोर हो गया। अपनी खूबसूरती और सेब के बागान के लिए मशहूर सोपोर सदा कश्मीर की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों का केंद्र हो गया। समय बदला और पाकिस्तान की ऐसी नजर लगी कि यह शहर आतंकी हिंसा और अलगाववादी विचारधारा का ‘लांचपैड’ बन गया।
विकास का चक्र थमता गया और बंद और हड़ताल ही यहां की नियति बन गई। सोपोर के सेब की सुगंध और मिठास भी फीकी पड़ गई। अलगाववादियों का गढ़ होने के कारण इसे ‘मिनी पाकिस्तान’ कहा जाने लगा।