रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम से तीन किमी दूर श्रद्धालुओं को ले जा रहा हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में पायलट भी शामिल है। वहीं अभी खराब मौसम को दुर्घटना का कारण बताया जा रहा है।
उक्त श्रद्धालु केदारनाथ से वापस लौट रहे थे
यह हादसा तब हुआ जब उक्त श्रद्धालु केदारनाथ से वापस लौट रहे थे। हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास क्रैश हुआ। अभी हादसे का कोई पुख्ता कारण सामने नहीं आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे में दुख व्यक्त किया है और दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
हादसे में मृतकों की सूची:
- कैप्टन अनिल सिंह (पायलट)
- पूर्वा रामानुज
- क्रुति
- उर्वी
- सुजाथा
- प्रेम कुमार
- कला रमेश
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर
बताया गया कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय मौसम खराब था। सूचना पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू किया। जब टीम मौके पर पहुंची तो तब भी हेलीकॉप्टर के मलबे से लपटे उठ रहीं थीं।
हादसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रेलमंत्री पीयूष गोयल, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दुख व्यक्त किया है।
केदारनाथ से लगभग 3 किलोमीटर दूरी पर हुआ हादसा
हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ बेस कैंप से नारायण कोटी-गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर दुर्घटना केदारनाथ से लगभग 3 किलोमीटर दूरी पर नंदी के पास हुई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया है। पीएमओ ने भी हादसे पर दुख जताया है। अगले आदेश तक केदारनाथ में हेली सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। केदारनाथ में अभी भी मौसम खराब है। यहां बर्फबारी हो रही है।
पहले भी केदारनाथ में क्रैश हुए हैं हेलीकॉप्टर
वर्ष 2019 में भी केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था।
साल 2013 की केदारनाथ आपदा के दौरान भी रेस्क्यू करते हुए वायु सेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर समेत तीन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। इनमें कुल 23 लोगों की जान गई थी।