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Monsoon : मध्यप्रदेश से लेकर गुजरात तक आने वाले दिनों में देशभर के इन क्षेत्रों में होगी झमाझम बारिश –


नई दिल्ली, । देश के कई राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है। मानसून के आगमन से ही लोगों को गर्मी से राहत मिलने लगी है वहीं, कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है।

गुरुवार को भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ नरेश कुमार ने जानकारी दी कि देशभर में मानसून काफी सक्रिय हो चुका है। अगले दो दिनों में मध्यप्रदेश में भारी बारिश होने की आशंका है। राज्य में 12 सेंटीमीटर ज्यादा बारिश की आशंका है।

आने वाले कुछ दिनों में इन क्षेत्रों में होगी जबरदस्त बारिश

वहीं, उन्होंने गुजरात के मौसम को लेकर भी जानकारी दी। उन्होंने आगे कहा,”दक्षिण गुजरात और गोवा में आज (29 जून) झमाझम बारिश होने की अनुमान है। वहीं, अगले पांच दिनों में देश के पूर्वी क्षेत्र और पूर्वोत्तर भारत में भी भारी बारिश होने की उम्मीद है।

चक्रवाती तूफान के कारण मानसून देर से पहुंचा केरल

गौरतलब है कि इस बार मानसून की चाल चौंकाने वाली रही है। यह मंगलवार तक राजस्थान पंजाब के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अन्य भागों में पहुंच गया। इस सप्ताह के अंत तक मानसून के पूरे देश में पहुंचने का अनुमान है, जबकि सामान्य सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून को केरल और आठ जुलाई को पूरे देश में पहुंचता है।

इस वर्ष चक्रवाती तूफान के कारण मानसून देर से केरल पहुंचा। लेकिन बाद में इसकी गति और तीव्रता ऐसी तेज हुई कि दो दिन पहले ही दिल्ली पहुंच गया।

कुछ दिनों तक मुंबई में होगी झमाझम बारिश

मिडडे के अनुसार मुंबई में मानसून के दो दिन की देरी से पहुंचने के बावजूद मुंबई में जून की औसत वर्षा का 50 प्रतिशत कोटा पूरा हो गया है। मौसम विज्ञानियों ने मुंबई और आसपास के इलाकों में अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 27 जून दोपहर तक मुंबई में अब तक 344 मिमी बारिश हुई है। जबकि 24 जून से पहले मुंबई में केवल 28.9 मिमी बारिश हुई थी। जून में मुंबई में 520 मिमी औसत वर्षा होती है। मानसून मुंबई में दो हफ्ते की देरी से रविवार को पहुंचा था। 62 साल बाद मुंबई और दिल्ली में एक साथ मानसून ने दस्तक दी।

इससे पहले 21 जून, 1961 को ऐसा हुआ था।मौसम विभाग के अनुसार कुछ दिनों से हो रही वर्षा के बाद जून-सितंबर के मौसम में वर्षा की कमी 33 प्रतिशत से कम होकर 23 प्रतिशत रह गई है। कई उत्तर-पूर्वी, मध्य और उत्तरी राज्यों में इस सप्ताह भारी वर्षा होने की संभावना है इसके बाद वर्षा की कमी घटकर 20 प्रतिशत से भी कम हो जाने की उम्मीद है।

केरल में हुई 65 प्रतिशत कम मानसूनी वर्षा

केरल में अब तक 65 प्रतिशत कम मानसूनी वर्षा हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिमी हवाएं मजबूत हो रही हैं। आने वाले दिनों में और वर्षा होने की उम्मीद है। मानसून आठ जून को केरल पहुंचा था। क्षेत्रीय मौसम विभाग, केरल की प्रभारी निदेशक डा. वीके मिनी ने बताया, इस सीजन में अब तक केरल के सभी जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है।