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Panchayati Raj Diwas: कोरोना संक्रमण को गांवों तक फैलने से रोकें, पीएम मोदी की अपील


  • देश में कोविड-19 संक्रमण की बिगड़ती स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पिछले साल की तरह इस बार भी हमारे सामने चुनौती गांवों तक इस संक्रमण को पहुंचने से रोकने की है. पंचायती राज दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने सभी से बचाव के उपायों का पालन करने का आग्रह किया और कहा कि इसका संक्रमण गांवों में ना फैले इसके लिए हरसंभव प्रयास करने होंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्वामित्व (SWAMITWA) योजना के तहत प्रधानमंत्री ने 4 लाख से अधिक लोगों के बीच उनकी सम्पत्ति के ई-प्रापर्टी कार्ड वितरण किया.

कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और पंचायती राज मंत्रालय के अधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “एक साल पहले जब हम पंचायती राज दिवस के लिए मिले थे, तब पूरा देश कोरोना से मुकाबला कर रहा था. तब मैंने आप सभी से आग्रह किया था कि आप कोरोना को गांव में पहुंचने से रोकने में अपनी भूमिका निभाएं. आप सभी ने बड़ी कुशलता से, ना सिर्फ कोरोना को गांवों में पहुंचने से रोका, बल्कि गांव में जागरूकता पहुंचाने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई. इस साल भी हमारे सामने चुनौती गांवों तक इस संक्रमण को पहुंचने से रोकने की है.”

उन्होंने कहा, ”जो भी दिशा-निर्देश समय-समय पर जारी होते हैं, उनका पूरा पालन गांव में हो, हमें ये सुनिश्चित करना होगा. इस बार हमारे पास वैक्सीन का एक सुरक्षा कवच भी है. इसलिए हमें सारी सावधानियों का पालन भी करना है और ये भी सुनिश्चित करना है कि गांव के हर एक व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों डोज लगे.” उन्होंने पंचायतों से आग्रह किया कि कोरोना को गांव में पहुंचने से रोकने में वे अपनी भूमिका निभाएं.

‘कोई भूखा ना सोए, इसलिए मुफ्त राशन योजना दो महीने बढ़ाया गया’

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मुश्किल समय में कोई भी परिवार भूखा ना सोए, ये भी देश की जिम्मेदारी है और इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन देने की योजना को दो महीने, मई और जून तक आगे बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा, “हमारे देश की प्रगति और संस्कृति का नेतृत्व हमेशा हमारे गांवों ने ही किया है. इसलिए, आज देश अपनी हर नीति और हर प्रयास के केंद्र में गांवों को रखकर आगे बढ़ रहा है. हमारा प्रयास है कि आधुनिक भारत के गांव समर्थ हों, आत्मनिर्भर हों.”