क्वाड देशों (Quad Countries) का पहला सम्मेलन शुक्रवार को यानी कल आयोजित हो रहा है. ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के शीर्ष नेता ‘क्वाड’ के होने वाले सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उम्मीद है कि क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन के एजेंडे में, विकासशील देशों को कोरोना वैक्सीन की डोज दिया जाना भी शामिल है. क्वाड सम्मेलन के बारे में कुछ ऐसी बातें जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है.
(1) क्वाड सम्मेलन में इस बार भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के प्रमुख नेता हिस्सा ले रहे हैं. शुक्रवार को होने वाला शिखर सम्मेलन वर्चुअली आयोजित होगा.
(2) उम्मीद है कि भारत द्वारा वैक्सीन निर्माण में तेजी लाने के तरीकों पर चर्चा हो सकती है. एशिया और अफ्रीका के ज्यादा से ज्यादा विकासशील देशों तक वैक्सीन कैसे पहुंचाई जाए और इसके लिए तेजी से वैक्सीन की निर्माण पर कैसे काम किया जाए, इसपर भी चर्चा होने की उम्मीद की जा रही है.
(3) सम्मेलन में कोविड-19 (Covid-19) की चुनौतियों, आर्थिक संकट, जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. इसके अलावा विकासशील देशों के लिए भारतीय निर्माताओं से वैक्सीन मंगवाने को लेकर ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका, फाइनेंशियल हेल्प देने के साथ एक ग्रुप या फंड बनाने पर भी विचार कर सकते हैं.
(4) दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में वैक्सीन की आपूर्ति के लिए भारत को वैक्सीन सप्लाई का एक हब बनाने पर भी विचार इस सम्मेलन में हो सकता है. जापान, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में वैक्सीन की सप्लाई से पहले कोल्ड स्टोरेज की सुविधा स्थापित करने में मदद कर सकता है.
(5) शुक्रवार शाम को नेताओं की बीच मीटिंग से पहले क्वाड सदस्यों की योजना और वित्तीय योगदान को मजबूत करने के लिए चार देशों के अधिकारियों के बीच चर्चा अभी भी जारी है. क्वाड समिट में भारत में वैक्सीन निर्माण क्षमता की वृद्धि के लिए फाइनेसिंग समझौतों की घोषणा होने की भी योजना है.
(6) ये समझौते भारत में अमेरिकी दवा कंपनियों नोवाक्स और जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों और संस्थानों पर केंद्रित होंगे.
(7) नोवाक्स वैक्सीन का पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ मैन्युफैक्चरिंग एग्रीमेंट है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया वैक्सीन का निर्माण करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है.