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Rail Budget 2022: रेल मंत्रालय को बजट में 140367.13 करोड़ आवंटित


नई दिल्ली, । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज मंगलवार को बजट पेश करते हुए भारत के बुनियादी ढांचे के विकास के नए ब्लूप्रिंट के हिस्से के रूप में पीएम गति शक्ति मास्टरप्लान की घोषणा की, जिसमें सड़क, रेलवे, राजमार्ग, बंदरगाहों और सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सरकारी खर्च होगा। रेल मंत्रालय को मंगलवार को केंद्रीय बजट में 140367.13 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष के संशोधित आंकड़ों से 20,311 करोड़ रुपये अधिक है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के अपने बजट भाषण में कहा कि भारत अगले 3 वर्षों में 400 नई वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण करेगा। वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस घोषणा का स्वागत किया और कहा कि पोस्ट और रेलवे के एकीकरण से दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर लॉजिस्टिक समाधान आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए नए उत्पाद और सेवाएं पेश करेगा।

बजट मेंं रेल बजट में कहां कितना होगा खर्च?

  • बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, संयुक्त उपक्रमों और विशेष प्रयोजन वाहनों में निवेश के लिए 38686.59 करोड़ रुपये भी निर्धारित किए गए हैं।
  • रोलिंग स्टॉक के विकास के लिए आवंटन, जो राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के लिए नए आधुनिक कोच और प्रौद्योगिकी लाने में सहायक होगा, उसके लिए 7977 करोड़ रुपये रखा गया है।
  • वित्त मंत्री ने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) के लिए 15710.44 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं, जिनकी संपत्ति को संचालन और रखरखाव के लिए रेलवे द्वारा मुद्रीकृत किया जाएगा।

रेलवे (Railway) को इस आम बजट से काफी उम्मीदें थी। हालांकि, इसमें रेलवे के लिए 400 नई वंदे भारत ट्रेनों का ऐलान किया गया है। वहीं, इसके अलावा सरकार का फोकस मेट्रो विस्तार और 2 हजार किमी. का रेल नेटवर्क फैलाने पर है। साथ ही रेलवे छोटे किसानों और MSMEs के लिए नए उत्पाद विकसित करेगा।

24,000 किलोमीटर रेल मार्गों का विद्युतीकरण

सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन संसद को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले सात वर्षों में भारतीय रेलवे द्वारा किए गए आधुनिकीकरण की सराहना की थी। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा था कि एक दशक से भी कम समय में 24,000 किलोमीटर रेल मार्गों का विद्युतीकरण किया गया है। राष्ट्रपति कोविंद के भाषण में नए ट्रैक और मौजूदा मार्गों को डबल-लेन करने का भी उल्लेख मिला था