कीव, । यूक्रेन पर रूस के हमलों का रविवार को 60 वां दिन था। रूसी हमलों के बीच ही यूक्रेन के ईसाई समुदाय ने रविवार को आर्थोडाक्स ईस्टर का पर्व मनाया। रूसी हमले के दो महीने होने पर भी गोलाबारी, बमबारी और उससे बेकसूरों के मरने का सिलसिला रुकता नहीं दिख रहा। बीते 24 घंटों में रूसी टैंकों, तोपों, मिसाइलों और विमानों ने करीब 500 ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों में दस लोग मारे गए हैं और दर्जन भर से ज्यादा घायल हुए हैं। मरने वालों में डोनेस्क की दो नन्हीं बच्चियां भी शामिल हैं। यूक्रेन ने जवाबी हमले में रूसी सेना के दो जनरलों को मारने का दावा किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के घोषित कार्यक्रम के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लायड आस्टिन रविवार को कीव नहीं पहुंचे। जेलेंस्की को उनसे भारी हथियार मांगने थे। वेटिकन में ईस्टर के मौके पर प्रार्थना सभा के बाद पोप फ्रांसिस ने कहा, यूक्रेन में हमले रुकने चाहिए। वहां से लोगों का पलायन रुकना चाहिए। उन्हें हो रही कठिनाइयां खत्म होनी चाहिए। कीव के एक हजार साल पुराने सेंट सोफिया कैथेड्रल से दिए वीडियो संदेश में राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन किसी दुष्टता से पराजित नहीं होगा। उन्होंने ईश्वर से बच्चों की खुशियां लौटाने की प्रार्थना की।
यूक्रेन को भारी हथियार भेजने के संकेत
इस बीच अमेरिका, ब्रिटेन और नाटो के अन्य सदस्य देशों ने यूक्रेन को भारी हथियार भेजने के संकेत दिए हैं। अमेरिका की अत्याधुनिक तोपें, बख्तरबंद वाहन और ड्रोन बहुत जल्द यूक्रेन को मिल भी जाएंगे। ब्रिटेन ने कहा है कि पोलैंड सोवियत कालीन टी-72 टैंक यूक्रेन को दे सकता है। ऐसे इसलिए करना होगा क्योंकि यूक्रेन की सेना सोवियत काल के टैंकों को ही चलाना जानती है। बदले में पोलैंड को अन्य आधुनिक हथियार दिए जाएंगे। रूसी सेना ने यूक्रेन में रविवार को फिर से बड़ा हमला किया।