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Tokyo Olympics: -दुती, नटराज और अनु ने टोक्यो ओलंपिक के लिए किया क्वालिफाई


  1. फर्राटा धाविका दुती चंद औन जवेलिन थ्रोअर अनु रानी ने भी रैंकिंग के आधार पर टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया। टोक्यो का टिकट हासिल करने की रेस मंगलवार रात का समाप्त हो गई। पहली बार ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी रिकॉर्ड 18 खेलों में चुनौती पेश करेंगे। इससे चार साल पहले रियो में 15 खेलों में भाग लिया था। यही नहीं ओलंपिक में सबसे बड़े भारतीय दल के उतरने की भी पूरी उम्मीद है। रियो ओलंपिक में 117 भारतीयों ने शिरकत की थी। यह ओलंपिक के इतिहास में देश का सबसे बड़ा दल था। बुधवार तक 117 खिलाड़ियों का खेलना तय हो चुका है। हालांकि तैराकी और गोल्फ में दो और भारतीय खिलाड़ियों को कोटा मिलने की घोषणा हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो टोक्यो में अब तक सबसे बड़ा भारतीय दल उतरेगा।

दुती चंद को मिला ओलंपिक टिकट
भारतीय एथलीट दुती चंद ने बुधवार को टोक्यो ओलंपिक में 100 और 200 मीटर रेस के लिए क्वॉलिफाई किया। उन्होंने विश्व रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक कोटा हासिल किया। दरअसल, विश्व रैंकिंग के जरिए 100 मीटर रेस में 22 कोटा थे, जबकि 200 मीटर में 15 खिलाड़ी जगह बना सकते थे। दुती की 100 मीटर में विश्व रैंकिंग 44वीं है, जबकि 200 मीटर में वो 51वें स्थान पर हैं।

तैराक नटराज ने भी कटाया ओलंपिक का टिकट
भारतीय तैराक श्रीहरि नटराज ने भी टोक्यो ओलंपिक का आधिकारिक रूप से टिकट कटा लिया। खेल की वैश्विक संचालन संस्था फिना ने रोम में सेटे कोली ट्रॉफी में पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में उनके ‘ए’ क्वालिफिकेशन स्तर को मंजूरी दे दी। पहली बार दो भारतीय तैराकों को सीधे क्वालिफिकेशन के जरिए ओलंपिक खेलों में प्रवेश मिला है। साजन प्रकाश इसी प्रतियोगिता की पुरुष 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में ओलंपिक ‘ए’ स्तर हासिल करने वाले अब तक के पहले भारतीय तैराक बने थे। नटराज पहली तो साजन लगातार दूसरी बार ओलंपिक में चुनौती पेश करेंगे।

भारतीय तैराकी महासंघ (एसएफआई) ने ट्वीट किया कि नटराज के टाइम ट्रायल के दौरान 53.77 सेकंड के ओलंपिक क्वालिफिकेशन समय को फिना ने स्वीकृति दे दी है। नटराज टोक्यो में ‘ए’ क्वालिफिकेशन प्रवेश के रूप में साजन प्रकाश से जुड़ेंगे।’ नटराज ने रविवार को राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के साथ ही टोक्यो खेलों का ‘ए’ क्वालिफिकेशन स्तर हासिल किया जो 53.85 सेकंड है। टाइम ट्रायल में तैराकों को अन्य प्रतिद्वंद्वियों से प्रतिस्पर्धा का मौका नहीं मिलता लेकिन वे अपने समय में सुधार कर सकते हैं। बंगलूरू के इस तैराक को आयोजकों ने ओलंपिक क्वालिफिकेशन के अंतिम दिन टाइम ट्रायल में हिस्सा लेने की स्वीकृति दी थी।