राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच समेत अन्य मांगों पर प्रदर्शन और नारेबाजी की। विधायक वेल पर पहुंच गए। राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे के बीच अभिभाषण पढ़ा।
अभिभाषण के दौरान प्रदर्शन स्वस्थ परंपरा नहीं: सीएम
इस दौरान कांग्रेस के सदस्य पीठ के सम्मुख आकर नारेबाजी करते रहे। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण के दौरान प्रदर्शन स्वस्थ परंपरा नहीं है। विपक्षियों के पास कोई ठोस मुद्दे नहीं हैं।
विधानसभा परिसर में धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायक
सोमवार को सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने भर्ती घोटाले, महंगाई सहित अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधायकों के पास पहुंचे और बातचीत कर उन्हें सदन में जाने के लिए मनाया।
कांग्रेस के मार्च को पुलिस ने जंगलचट्टी पर रोका
विधानसभा सत्र के पहले ही दिन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा मार्च किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जंगलचट्टी मालसी में ही रोक दिया। प्रदर्शनकारियों के साथ पूर्व सीएम हरीश रावत भी मौजूद रहे।
वहीं ओपीएस की मांग को लेकर कर्मचारी संगठनों ने विधानसभा कूच किया। ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस की शक्ल में पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर वह पहुंचे। जंगलचट्टी पहुचते ही पुलिस के बैरियर पर आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच जोर आजमाइश हुई।
कांग्रेस की इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति
उधर, विपक्ष ने सत्र के दौरान कानून व्यवस्था, भर्ती प्रकरण, वनंतरा रिसार्ट प्रकरण, आपदा प्रभावितों को मुआवजा समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। सरकार ने भी विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए अपने तरकश में तीर तैयार किए हैं। ऐसे में सत्तापक्ष और विपक्ष के मध्य सदन में जोर-आजमाइश होगी और सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है।
सत्र के लिए 13 से 18 मार्च की अवधि तय
बजट सत्र के लिए 13 से 18 मार्च की अवधि तय होने के बाद से विधानसभा सत्र की तैयारियों में जुट गई थी, जो पूर्ण हो चुकी है। पांचवीं विधानसभा का यह चौथा और इस वर्ष का पहला सत्र है। इसमें राज्य का वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया जाना है।
रविवार देर शाम को गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन के सभागार में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण की अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सत्र के लिए विधायी व संसदीय कार्यों पर चर्चा और 13 व 14 मार्च का एजेंडा तय किया गया। पहले दिन सोमवार को राज्यपाल का अभिभाषण होगा। अगले दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के साथ ही विधायी कार्य होंगे।
सरकार की ओर से पेश किए जाएंगे 10 विधेयक
बताया गया कि सत्र के दौरान भर्ती परीक्षाओं में नकलरोधी कानून, राज्याधीन सेवाओं में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, मतांतरण कानून में संशोधन समेत 10 विधेयक सरकार की ओर से पेश किए जाएंगे। इनमें छह पुराने और चार नए विधेयक हैं।
अभी तक की जानकारी के अनुसार वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल 15 मार्च को बजट प्रस्तुत करेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक उमेश शर्मा काऊ, खजानदास व शहजाद उपस्थित थे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी ने दलीय नेताओं के साथ भी बैठक की। उन्होंने कहा कि सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होना है और सभी सदस्यों को उनकी गरिमा का ध्यान रखना होगा।