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West Bengal: महुआ मोइत्रा विवाद के बीच ममता ने अदाणी ग्रुप से छीना ये प्रोजेक्ट


कोलकाता। TMC की सांसद महुआ मोइत्रा कैश फॉर विवाद में घिरी हुई हैं। मोइत्रा पर ये आरोप है कि उन्होंने संसद में पैसे लेकर अदाणी ग्रुप को लेकर सवाल पूछे हैं। इस मामले में अब राजनीति और बढ़ गई है। मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने अदाणी ग्रुप से दूरी बनाने का फैसला किया है।

बता दें कि ममता बनर्जी सरकार ने अदाणी ग्रुप से 25 हजार करोड़ रुपए के ताजपुर पोर्ट को विकसित करने का प्रोजेक्ट छीन लिया है। मंगलवार को सीएम ममता बनर्जी ने साफ किया कि ताजपुर समुद्री बंदरगाह परियोजना को विकास करने के लिए एक बार फिर से जल्द ही एक टेंडर जारी किया जाएगा। इससे पहले इस परियोजना का काम अदाणी ग्रुप को दिया गया था।

अदाणी समूह ने बीजीबीएस से बनाई दूरी

पिछले साल हुए बीजीबीएस में शामिल होकर बंगाल में ताजपुर बंदरगाह में बड़े निवेश की घोषणा करने वाले अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी इस बार दूर रहे। अदाणी समूह का कोई प्रतिनिधि भी उद्घाटन सत्र में नहीं दिखा।

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट का उद्घाटन

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यहां आयोजित सातवें वार्षिक बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) का मंगलवार को उद्घाटन करते हुए राज्य से निर्यात दोगुना करने, लाजिस्टिक क्षमता को आधुनिक बनाने और नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण के प्रोत्साहन की योजनाओं समेत कई नई नीतियों की घोषणा की।

ममता ने पूर्वी क्षेत्र में इंटरनेट कनेक्टिविटी सुधारने के लिए दीघा के समुद्री रिसार्ट में एक नए केबल लैंडिंग स्टेशन और जैव-ईंधन को प्रोत्साहन देने की भी घोषणा की।

स्थापित होंगे राज्य में 4 नए औद्योगिक गलियारे

कोलकाता के राजरहाट स्थित विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में दोपहर दो दिवसीय बिजनेस समिट के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, ऊर्जा दिग्गज संजीव गोयनका और विप्रो के रिशद प्रेमजी जैसे देश-दुनिया के शीर्ष उद्योगपतियों की मौजूदगी में कहा कि राज्य में चार नए औद्योगिक गलियारे भी स्थापित किए जाएंगे।

बंगाल की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही- ममता

ममता ने कहा कि बंगाल की अर्थव्यवस्था 8.41 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और इसका सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) चालू वित्त वर्ष में 212 अरब डालर तक पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार नए औद्योगिक गलियारे डानकुनी-कल्याणी, ताजपुर बंदरगाह-रघुनाथपुर, डानकुनी-झाडग़्राम और दुर्गापुर-कूचबिहार के बीच स्थापित किए जाएंगे।

ममता ने कहा कि बीजीबीएस में ब्रिटेन, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कोरिया, जापान, जर्मनी और फ्र ांस सहित 35 देशों की सैकड़ों कंपनियां शिरकत कर रही हैं। इसमें 17 पार्टनर कंट्री है, जिन्होंने अपना प्रतिनिधिमंडल भेजा है। ममता ने बंगाल को निवेश के लिए आदर्श गंतव्य बताते हुए यह भी कहा कि राज्य में 1.3 करोड़ लोगों को रोजगार देने देने वाली लगभग 90 लाख एमएसएमई इकाइयां है, जो देश में सबसे ज्यादा है।

बंगाल को बताया शांति व सुशासन का माडल

मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि उनका राज्य शांति और सुशासन का एक माडल है। उन्होंने विपक्ष खासकर भाजपा का नाम लिए बिना उसपर राज्य की छवि खराब करने के लिए अभियान चलाने का भी आरोप लगाया। ममता ने बंगाल का जीएसटी समेत अन्य केंद्रीय बकाया का भी मुद्दा उठाया और केंद्र पर फंड रोकने का आरोप लगाया। सम्मेलन में इस साल भी केंद्र का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ।

ताजपुर बंदरगाह के लिए नए टेंडर मंगाने की घोषणा

अदाणी की गैरमौजूदगी के बीच ममता ने बीजीबीएस के मंच से ताजपुर में प्रस्तावित गहरे समुद्र बंदरगाह के लिए नए टेंडर मंगाने की भी घोषणा कर सबको चौका दिया। ममता ने उद्योगपतियों से कहा कि आप इस टेंडर में भाग ले सकते हैं। यह 25 हजार करोड़ रुपये की परियोजना है।

गौरतलब है कि बंगाल सरकार ने ताजपुर में समुद्री बंदरगाह के निर्माण के लिए पिछले साल वैश्विक निविदा मंगाई थी, जिसमें अदाणी समूह ने सबको पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा बोली लगाकर यह निविदा हासिल किया था।

बंगाल सरकार ने पिछले साल दुर्गा पूजा के बाद विजया सम्मेलन में गौतम अदाणी के पुत्र करण अदाणी के हाथों इस बंदरगाह के निर्माण के लिए सहमति पत्र तक सौंप दिया था। लेकिन बाद में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के विवादों में फंसने और संसद में तृणमूल सांसदों द्वारा इसपर घेरने के बाद से गौतम अदाणी की ममता सरकार के साथ दूरी बढ़ गई। अब बीजीबीएस से अदाणी समूह की दूरी और ममता द्वारा नए टेंडर मंगाने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं।

धन्यधान्य आडिटोरियम में होगा समापन सत्र

बीजीबीएस का समापन सत्र बुधवार को कोलकाता के अलीपुर में नवनिर्मित धन्यधान्य आडिटोरियम में होगा। इस समिट में विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक के वरिष्ठ प्रतिनिधियों सहित 250 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।