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Wrestlers Protest विरोध कर रहे पहलवानों ने अपनाया नया तरीका देशभर से समर्थन पाने के लिए चलाया विशेष अभियान.


नई दिल्ली, । भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर देश के कई नामी-गिरामी पहलवान जंतर-मंतर में धरना पर बैठे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के साथ छेड़खानी का आरोप लगाया है। वहीं, बृजभूषण शरण ने पहलवानों के आरोपों को गलत बताते हुए लगातार इस बात को बोल रहे हैं कि मैं निर्दोष हूं और जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं।

देश की जनता से समर्थन मांग रहे पहलवान

इसी बीच पहलवानों ने देश की जनता से एक अनुरोध किया है। विरोध कर रहे पहलवानों ने लोगों से सोशल मीडिया के जरिए उनका साथ देने का आह्वान किया है। दरअसल, सोशल मीडया के जरिए एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, जहां वे अनुरोध कर रहे हैं कि लोग हमारे समर्थन में अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डीपी यानी प्रोफाइल तस्वीर बदल दें। पहलवानों ने अनुरोध किया है कि लोग एक खास डीपी लगाएं, जिस फोटो में पहलवानों की तस्वीर और उनके समर्थन में लिखा गया है, ‘आई स्टैंड विथ रेस्टलर्स।’

सोशल मीडिया की प्रोफाइल तस्वीर बदलकर लोग कर रहे समर्थन

दरअसल, एक सोशल मीडिया यूजर अभय दहिया ने एक वीडियो क्लिप शेयर किया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ छात्र पहवानों के साथ खड़े होकर लोगों से अपील कर रहे हैं कि वो पहलवानों के समर्थन में अपना डिपी चेंज करें।

इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है,” आइये पहलवानों के समर्थन में एक पोस्टर के साथ सोशल मीडिया प्रोफाइल तस्वीर को अपडेट करके हमारे पहलवानों को समर्थन दिखाने के लिए एक अभियान शुरू करें..!”

बता दें कि इस अनुरोध के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी डीपी चेंज की है।

अबतक क्या-क्या हुआ

बता दें कि इस साल के शुरुआत में 18 जनवरी, 2023 को महिला पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे।

तब मामले में खेल मंत्रालय के दखल के बाद पहलवानों ने अपना धरना खत्म कर दिया था। मंत्रालय की ओर से पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया और बृजभूषण शरण सिंह को अपने काम से दूर रहने को कहा गया, लेकिन वह अपने पद पर बरकरार रहे और लगातार खुद को निर्दोष बताते रहे।

हालांकि, जांच समिति ने 5 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, लेकिन इस रिपोर्ट को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।

इसके बाद पहलवान 23 अप्रैल को फिर से धरने पर बैठ गए। उनका यह धरना अभी तक जारी है।