प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और अशरफ के हत्याकांड के बाद खुलासों का सिलसिला जारी है। सोमवार को अशरफ की चिट्ठी वायरल होने के बाद अब शाइस्ता की चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह चिट्ठी उमेश पाल हत्याकांड के तीन दिन बाद 27 फरवरी की बताई जा रहा है। जिसमें लेडी डॉन ने अतीक और अशरफ की हत्या की जाने की आशंका जताई थी।
शाइस्ता की कथित चिट्ठी में पुलिस अधिकारियों का नाम लेकर बाहुबली की जान पर खतरा जताया था। जिसमें तत्कालीन एडीजी प्रेम प्रकाश का नाम भी शामिल था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवनी उमेश पाल हत्याकांड में नामजद है और उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। ताजा जानकारी के अनुसार प्रयागराज में आज भी कई जगहों पर छापेमारी की गई है।
उमेश पाल हत्याकांड को बताया था सियासी षड्यंत्र
शाइस्ता ने एक मंत्री पर आरोप लगाया था कि उसे महापौर चुनाव से दूर रखने की साजिश रची गई। बताते चलें कि वह बीएसपी से महापौर पद की उम्मीदवार थी। अतीक की पत्नी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि मंत्री ने एक ऐसे व्यक्ति की हत्या करवाई, जिसका आरोप उसके पति और परिवार पर ही आना था।
शाइस्ता ने लिखा था कि उमेश पाल विधायक राजू पाल की हत्या में गवाह नहीं थे। उमेश पाल अपने अपहरण के मामले में वादी थे जिसमें उनकी गवाही 16-17 अगस्त 2016 को दर्ज हो चुकी है।
शाइस्ता ने लिखा कि मेरे पति अतीक़ और देवर अशरफ के पास उमेश पाल की हत्या का कोई मकसद नही था। ये एक गंभीर राजनीतिक साजिश है। पत्र में आरोप लगाया कि पुलिस उसके पति अतीक़ अहमद और देवर अशरफ को अहमदाबाद और बरेली जेल से लाकर हत्या की साजिश रच रही है।
पुलिस अधिकारियों पर अतीक की हत्या की सुपारी लेने का आरोप
पत्र में लिखा था कि दो पुलिस अधिकारी अतीक़ के विरोधियों से उनकी हत्या की सुपारी ले चुके हैं। सीएम योगी को लिखा था कि आपके द्वारा मिट्टी में मिलाने के बयान के बाद उन्हें मेरे पति, देवर और बेटों की हत्या का पूरा मौका मिल गया है।
CM योगी से की थी गुहार
शाइस्ता ने अपने पति, देवर और बेटों की रक्षा की गुहार सीएम योगी से लगाई थी। शाइस्ता ने 27 फरवरी को लिखे इस पत्र में पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी।24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई थी। हत्या के तीसरे दिन शाइस्ता ने सीएम योगी को पत्र लिखा था।