न्यूयार्क। दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन के वितरण व इसमें आने वाली बाधाओं को दूर करने पर जोर देते हुए भारत ने स्थानीय समयानुसार सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में चिंता जताई और कहा कि कई देशों में वैक्सीनेशन का दर काफी कम है।
UNSC में सशस्त्र संघर्ष वाले क्षेत्रों में कोरोना वैक्सीन की डिलीवरी – UNSC रिजालूशंस 2532 और 2565 के लागू करने को लेकर चर्चा के दौरान UN में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रविंद्र ने कहा, ‘कई विकासशील देशों में अभी भी वैक्सीनेशन की आवश्यकता है। संघर्षरत देशों में तो वैक्सीनेशन बेहद कम है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम नए कोरोना वैक्सीन को बनाने में जुटे ही हैं साथ ही इसके उत्पादन को भी तेज करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा वैक्सीन के एक समान वितरण, एक्सेस व एडमिनिस्ट्रेशन को भी देखना होगा।’
रविंद्र ने महामारी की आड़ में आतंकियों के लाभ लेने की भी बात कही और इसकी निंदा की। उन्होंने कहा, ‘वैक्सीन की लगातार सप्लाई के लिए हमें मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं की गुणवत्ता के साथ ही इसकी संख्या को भी बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही कच्चे माल के लिए वैश्विक सप्लाई चेन को खुला और निर्बाध गति से निरंतर जारी रखने की जरूरत है।’