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लोहरदगा में नहीं थम रही सांप्रदायिक हिंसा, उपद्रवियों ने एक और दुकान में लगाई आग,


लोहरदगा, । Communal Violence in Lohardaga झारखंड में लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के हिरही गांव में विगत 10 अप्रैल 2022 की शाम रामनवमी शोभायात्रा में पथराव की घटना के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है। उपद्रवी लगातार प्रशासन को चुनौती देने का काम कर रहे हैं। इस घटना में विगत 10 अप्रैल 2022 को एक दर्जन वाहनों और तीन घरों को फूंके जाने के बाद पुलिस-प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था किए जाने से हिंसा पर नियंत्रण पाने की उम्मीद जगी थी, परंतु सोमवार की देर रात एक बार फिर उपद्रवियों ने हेसल गांव में झोपड़ीनुमा एक होटल में आग लगाकर पुलिस प्रशासन को चुनौती दे दी। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को घटनास्थल पर जाने से प्रशासन ने रोक दिया है। भाजपा समर्थकों ने इसके विरोध में झारखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। रघुवर दास परिसदन में ठहरे हुए हैं।

उपद्रवियों ने होटल में लगा दी आग

बताया जा रहा है कि लोहरदगा-चंदवा मुख्य मार्ग पर सदर थाना क्षेत्र के हेसल गांव में एक झोपड़ीनुमा होटल में उपद्रवियों ने सोमवार की रात आग लगा दी। यह होटल एक समुदाय विशेष के व्यक्ति की बताई जा रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पूरे इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और पुलिस-प्रशासन द्वारा सतर्कता के साथ चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है। बावजूद इस तरह की घटना ने कई सवालों को जन्म दे दिया है। इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। जिस तरह से उपद्रवियों ने प्रशासन को चुनौती देते हुए घटना के 30 घंटे के बाद झोपड़ीनुमा होटल में आग लगाई, उससे यह सवाल भी उठने लगा कि आखिर सांप्रदायिक हिंसा की घटना को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की तैयारी क्या है।

 

अलग-अलग हिस्सों में तनाव की स्थिति

कहा जा रहा है कि कुडू थाना क्षेत्र के चांपी की ओर से दो मोटरसाइकिल में कुछ लोग आए और झोपड़ीनुमा होटल में आग लगाकर चले गए। इसके अलावा भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। लोहरदगा जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में भी स्थिति तनावपूर्ण है, पर स्थिति नियंत्रण में है। अलग-अलग समुदाय के लोग बैठक करते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर योजना बना रहे हैं। हालांकि हेसल की घटना के अलावा कहीं और किसी प्रकार की हिंसा की सूचना नहीं है।

कुल मिलाकर देखा जाए तो विगत 48 घंटे के दौरान लोहरदगा जिले में स्थिति सामान्य होती हुई नजर नहीं आ रही है। इधर 36 घंटे से ज्यादा समय से लोहरदगा जिले में लगातार इंटरनेट सेवा ठप है। जिससे आम-खास लोग काफी परेशान हैं। इंटरनेट सेवा ठप रहने से सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं हो रहा है।