जेलेंस्की ने कीव में स्वीडिश प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी साझा की है। उनका कहना है कि इस योजना को लागू करने में कुछ दिक्कतें हैं। इसको हर जगह लागू करना मुश्किल होगा। बता दें कि यूक्रेन काफी मात्रा में हर वर्ष अनाज निर्यात करता है। खाद्यान्न की कमी वाले देश यूक्रेन से अनाज की खरीद कर अपनी जरूरत को पूरा करते हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि देश में करीब 22 मिलियन टन अनाज निर्यात के लिए तैयार है। लेकिन रूस के हमले की वजह से इसको बाहर नहीं भेजा जा रहा है। वहीं इस वर्ष भी रिर्काड उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है।