किसान आंदोलन को लेकर शेयर की गए टूलकिट मामले में पहली गिरफ्तारी हो चुकी है। दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु की एक क्लाइटमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। दिशा की गिरफ्तारी के बाद से ही इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित कई बड़े नेता दिशा के समर्थन में आ चुके हैं। दिशा की गिरफ्तारी और वारंट को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर लगातार हमला बोल रहे हैं। वहीं बीजेपी भी विपक्ष के नेताओं पर भारत विरोध ताकतों का साथ देने का आरोप लगा रही हैं। अब केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावात ने कहा कि जब भारत दुनिया के लिए पीपीई किट बना रहा था, तब कुछ लोग भारतीयों के खिलाफ टूल किट बनाने में व्यस्त थे, जो शर्म की बात है।
अपने दूसरे ट्वीट में शेखावत ने उन लोगों पर कटाक्ष किया, जिन्होंने दिशा रवि की गिरफ्तारी पर उनकी उम्र का हवाला दिया था। उन्होंने लिखा कि अगर उम्र की कसौटी है तो परम वीर चक्र लेफ्टिनेंट अरुण खेतपाल 21 साल की उम्र में शहीद हुए, जिस पर मुझे गर्व है। कुछ टूलकिट प्रोपेगेंडा वालों को नहीं।
दिशा रवि पर आरोप है कि उन्होंने जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग के साथ भारत की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए टूलकिट को शेयर किया है। साथ ही खालिस्तान समर्थकों का भी सहयोग किया है। दिशा रवि के अलावा वकील निकिता जैकब और इंजीनियर शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किए गए हैं, जो अभी तक लापता हैं।
राजधानी में गणतंत्र दिवस की हिंसा से 15 दिन पहले 11 जनवरी को दोनों खालिस्तानी समूह पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन की एक जूम मीटिंग में शामिल हुए थे, जिसकी जानकारी पुलिस आयुक्त (साइबर) प्रेम नाथ ने दी। मीटिंग में टूलकिट को ‘ग्लोबल फार्मर स्ट्राइक’ और ‘ग्लोबल डे ऑफ एक्शन, 26 जनवरी’ की हेडलाइन बनाने के तौर-तरीकों पर फैसला किया गया था।