गोपालगंज। जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी और पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने आज मोहम्मदपुर जहरीली शराब कांड के बारे में प्रेस वार्ता करते हुए विस्तृत रूप से जानकारी दी जिसमें दोनों अधिकारियों ने बताया की मोहम्मदपुर शराब कांड के मामले में रजोखर नवादा का रहने वाला गुड्डू मुख्य सप्लायर था और इसी के द्वारा जहरीली शराब की सप्लाई उस गांव में की गई थी। वहां जितने लोगों ने उस शराब को बेचा उनकी भी गिरफ्तारी की गई है तथा जिस बोलेरो गाड़ी से शराब को वहां पहुंचाई गई थी वह गाड़ी और उसका ड्राइवर भी गिरफ्तार हो चुका है। इसमें गुड्डू ने जिस व्यक्ति से शराब खरीदा था उसकी भी पहचान की गई है और उसकी भी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
इस घटना से जुड़े 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है तथा और भी कुछ लोगों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई हो रही है। वहीं इस घटना में गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया है। इस आधार पर सभी आरोपियों पर उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में जिला अधिकारी ने बताया कि अभी भी दो लोग पीएमसीएच में इलाज रत है। सबसे पहले इस घटना में 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ करने के बाद एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए इन सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें मूरत कुमार, सरोज कुमार और चंदन कुमार है। इसके बाद गुड्डू, फिर विशाल कुमार ,नवल कुमार और रामानंद राम तथा देवेन्द्र राम इत्यादि को पुलिस ने गिरफ्तार किया इनके पास से पुलिस को लगभग 8 लाख रुपये नगद की बरामदगी भी हुई है।
इस पूरे चैन को लगभग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और कुछ लोगों की पहचान की गई है उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। इन लोगों ने जहरीली शराब को पॉलिथीन में बंद करके 30 रुपये में बेचा था जिसको पीने वाले अधिकांश लोग काफी गरीब तबके के लोग हैं। इस मामले में कारोबारियों ने अपने परिवार को भी नहीं छोड़ा है। इन गिरफ्तार आरोपियों में से एक का बाप यही शराब पीकर मर चुका है और बेटा बाप की चीता जलाकर गिरफ्तार हो गया और वही कफन पहने सलाखों के पीछे जा रहा है।
तो, वहीं एक आरोपी का बाप इसी शराब के पीने से अंधा हो चुका है उसको भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह कांड मानवता को झकझोर देती है कुछ पैसों के लालच में लोग कितने निम्न स्तर तक गिर जाते हैं और इसका खामियाजा कितनी बड़ी कीमत देकर चुकानी पड़ती है। इस घटना से प्रतीत होता है जिन कारोबारियों के पिता भी इस जहरीली शराब को पी कर मृत्यु को प्राप्त हो गए और अब यह कारोबारी भी पूरा जीवन जेल की सलाखों में गुजारेंगे और यह घटना कितनी पीड़ा इनके जीवन में देगी यह आने वाला वक्त बताएगा।
बहरहाल इस घटना के बाद जिला प्रशासन लगातार शराब कारोबारियों के विरुद्ध अभियान चला रहा है और अब तक पूरे जिले से 195 लोगों को शराब बेचने और पीने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है इन सब पर उत्पाद अधिनियम के तहत कार्रवाई हो रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लगभग प्रतिदिन 50 लोगों को शराब से जुड़े मामलों में गिरफ्तार किया जा रहा है और जिला प्रशासन काफी कड़ाई के साथ शराब कारोबारियों और पीने वालों पर कार्रवाई करेगा कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। इसलिए सभी लोग शराब बंदी कानून का पालन करें।