गोरखपुर, । गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपित अहमद मुर्तजा अब्बासी की रिमांड अवधि बढऩे के बाद आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) उसे वहां-वहां ले जा सकता है, जहां-जहां वह घटना के पूर्व गया था। इसी क्रम में मुर्तजा के साथ घर की तलाशी लेने के बाद एटीएस की टीम ने उससे देर रात तक पूछताछ की। सुबह मेडिकल कराया गया। दोपहर एक और टीम गोरखपुर पहुंच गईृ। माना जा रहा है कि टीम सिद्धार्थनगर जा सकती है।
यह है मामला
गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट पर सुरक्षा में तैनात पीएसी जवानों पर धारदार हथियार से हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी को पुलिस ने मौके से ही पकड़ लिया था। वह पांच अप्रैल से एटीएस की कस्टडी में है। 11 अप्रैल को उसकी रिमांड खत्म हो रही थी, लेकिन और पूछताछ की जरूरत बताते हुए एटीएस ने रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की थी। कोर्ट ने 16 अप्रैल की दोपहर 12 बजे तक के लिए मुर्तजा की रिमांड अवधि बढ़ाई है। इस अवधि में एटीएस मुर्तजा से पूछताछ करने के साथ साक्ष्य भी जुटाएगी। लखनऊ में पांच दिन तक हुई पूछताछ में मिली जानकारी की तस्दीक करेगी।
माता-पिता को लखनऊ में रोका गया
मुर्तजा के पिता मुनीर अब्बासी और मां को एटीएस के अधिकारियों ने लखनऊ बुलाया था। एटीएस मुख्यालय पर उनसे कई बार पूछताछ की गई। दोनों एक सप्ताह से वहां हैैं। एटीएस ने उनसे अभी लखनऊ में ही रुकने के लिए कहा है। गोरखपुर से लौटने के बाद टीम उनसे फिर पूछताछ करेगी।
बाद में दर्ज होगा डा. अब्बासी का बयान
एटीएस दो बार अब्बासी नर्सिंग होम के परिसर में पहुंची। दिन में टीम अकेले गई और डा.खालिद अहमद अब्बासी को बुलाकर मुर्तजा के कमरे की तलाशी ली। रात में 10 बजे मुर्तजा को लेकर दोबारा पहुंची। माना जा रहा था कि एटीएस डा. खालिद का बयान दर्ज कराएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एटीएस ने डा. खालिद को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस दे रखा है। बकौल डा. खालिद, पूछने पर एटीएस ने बताया कि उनका बयान बाद में दर्ज किया जाएगा।