बाढ़, अतिवृष्टि और आपदा की स्थिति की करेंगे समीक्षा
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पूर्व घोषणा के अनुरूप कैबिनेट के सभी मंत्री १४ व १५ सितंबर को अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जायेंगे तथा वहां इस बाद अतिवृष्टि, बाढ़ एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति की समीक्षा करेंगे। सभी मंत्रियों से कहा गया है कि वे जिलों में जाकर बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति का अध्ययन करें तथा अधिकारियों के साथ बैठक कर इसकी समीक्षा करें।
कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभा मंत्रियों को भेजे पत्र में कहा है कि जिलों में समीक्षा के बाद वे एक समेकित रिपोर्ट मंत्रिमंडल सचिवालय को उपलब्ध करायेंगे। रिपोर्ट को मुख्यमंत्री के समक्ष उपस्थापित किया जायेगा। जहां जायेंगे प्रभारी मंत्री उनमें पटना व मुंगेर में उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद, बेगूसराय व बांका में उप मुख्यमंत्री सह आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु देवी, नालंदा व शेखपुरा में शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पूर्णिया व किशनगंज में ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, रोहतास व जमुई में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, लखीसराय में परिवहन मंत्री शीला कुमारी, जहानाबाद में लघं जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, मुजफ्ïफरपुर में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, भोजपुर-बक्सर में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय,, गोपालगंज-अरवल में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, कैमूर में पीएचइडी मंत्री रामपृत पासवान, सहरसा में श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार, भागलपुर में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत कुमार, गया में उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन, समस्तीपुर में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार रहेंगे।
इसी तरह खगडिय़ा में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, कटिहार में गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार, सुपौल एवं मधेपुरा में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मधुबनी में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, दरभंगा में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, नवादा में पर्यवारण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह, शिवहर में सहकारिता मंत्री सुवाष सिंह, पश्चिम चंपारण में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सारण में विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, पूर्वी चंपारण में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, सीवान में पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, वैशाली में ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, अररिया में कला संस्कृति एवं युवा मामलों के मंत्री आलोक रंजन, सीतामढ़ी में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान तथा औरंगाबाद में खनन एवं भूतत्व मंत्री जनक राम रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राज्य के १५ जिले बाढ़ से सर्वाधिक ग्रसित है। इन जिलों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण कर वहां की स्थिति एवं बाढ़ प्रभावितों के लिए चलाये जा रहे रात कार्य का जायजा लिया था। पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ने उच्च्स्तरीय बैठक की थी जिसमें कहा था कि जिलों के प्रभारी मंत्री अपने-अपने जिलों में जायेंगे तथा वहां की स्थिति की समीक्षा कर समेकित प्रतिवेदन देंगे।