पीरपैंती (भागलपुर)। बिहार-झारखंड सीमा पर सड़कों की स्थिति काफी खराब है। वर्षा के समय मार्ग में कमर तक पानी रहता है। नााले का पानी भी सड़क पर बहते रहता है। लोग लगातार इसके खिलाफ प्रदर्शन करते हैं। लगातार विरोध करते हैं। बिहार झारखंड सीमा पर आज उस समय सभी लोग सकते में आ गए, जब वहां एक महिला विधायक पहुंची। विधायक ने सड़क पर जमा पानी को देखकर गुस्से का इजहार किया।
जानकारी के अनुसार, झारखंड के महगामा की विधायक दीपिका पांडेय का घर बिहार झारखंड सीमा से सटे मेहरमा में है। मेहरमा झारखंंड में है। कहा जा रहा है विधायक दीपिका पांडेय घर जा रही थी। घर पहुंचने के एक किलोमीटर पहले झारखंड के सिद्धू कान्हू चौक पर सड़क पर पानी भरा था। कमर भर पानी देख विधायक को गुस्सा आ गया है। विधायक कांग्रेस पार्टी से जुड़ी हैं। यह क्षेत्र पूरी तरह झारखंड सरकार के अधीन है। विधायक ने कहा कि कैसे लोग इस सड़क पर यात्रा करते होंगे। लोगों को कितनी परेशानी होती होगी। जबकि यह इलाका बिहार के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती इलाके के ज्यादातर लोग यहींं आते हैं। उनका व्यापार यहीं चलता है। साथ ही उनका बाजार भी इसी इलाके हैं। पीरपैंती के कम से कम पांच प्रखंड के लोगों का जीवन यापन को यहीं से चलता है। लोग खरीदारी के लिए यहीं आते हैं। बाराहाट के लोगों का जीवन इसी बाजार से चलता है। यह बहुत बड़ा बाजार है।
विधायक दीपिका पांडेय ने विरोध स्वरूप सड़क पर पानी में बैठकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सड़क पर बह रहे पानी से स्नान भी कर लिया। तीन डुबकी लगाई। सड़क पर नाले का भी पानी बह रहा है। काफी देर तक यह अनोखा विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इसका वीडियो और फोटो काफी वायरल हो रहा है। इसकी चर्चा झारखंड से ज्यादा बिहार हो रही है।
यहां बता दें कि बिहार-झारखंड सीमावर्ती क्षेत्र के इस समस्या से आहत होकर एक शख्स ने मंगलवार को विरोध स्वरूप सड़क में बने गड्ढे में डुबकी लगाते हुए अपने सिर को मुंडवा दिया। पीरपैंती-गोड्डा एनएच 133 पर बिहार-झारखंड सीमावर्ती क्षेत्र बाराहाट पिरोजपुर सिद्धो कान्हू चौक पर तालाबनुमा जानलेवा बड़े गड्ढे में पानी जमा है। बाबुपुर निवासी रणविजय मिश्रा के दादा परमेश्वर मिश्रा का श्रद्धकर्म था। रणविजय ने मुंडन संस्कार सिद्धू कान्हू चौक के समीप बीच सड़क तलाबनुमा गड्ढे में प्रवेश कर किया। वहीं स्नान कर मुंडन कर लिया। बिहार व झारखंड सरकार व जिला प्रशासन की काफी आलोचना की।