पटना

पटना: 6ठी से 8वीं की पढ़ाई अंतिम सप्ताह से


अगले माह खुल जायेंगे 1ली से 5वीं कक्षाओं के बंद ताले भी

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में 6ठी से 8वीं कक्षा की पढ़ाई स्कूलों में इसी जनवरी माह के अंतिम सप्ताह से शुरू हो जायेगी। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो, फरवरी के पहले हफ्ते से 1ली से 5वीं कक्षा की पढ़ाई भी शुरू हो जायेगी।

9वीं से 12वीं कक्षा की तरह ही 6ठी से 8वीं कक्षा की पढ़ाई शुरू करने का शिक्षा विभाग ने मन बना लिया है। हालांकि, इस पर औपचारिक निर्णय 18 जनवरी के बाद होगा। 18 जनवरी के बाद शिक्षा विभाग इस बात की समीक्षा करेगा कि 9वीं से 12वीं की पढ़ाई के लिए स्कूलों को खोले जाने के बाद स्थिति कैसी है। प्रति कार्यदिवस अधिकतम 50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति के साथ स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा की पढ़ाई चार जनवरी से चल रही है।

आपको बता दूं कि कोरोना से बचाव को लेकर गत 13 मार्च को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए तमाम शिक्षण संस्थान बंद करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया। उसके अगले दिन से सभी शिक्षण संस्थान बंद हो गये। कोरोना से बचाव को लेकर 22 मार्च को राष्ट्रीय स्तर पर जनता कफ्र्यू लगा। और, उसके एक दिन बाद पूरे देश में लॉकडाउन लागू हुआ। स्कूली छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं भी लॉकडाउन में फंस गयीं। इसलिए कि सरकारी स्कूलों के 1ली से 8वीं कक्षा की परीक्षाएं मार्च के अंतिम हफ्ते में  थीं। 9वीं एवं 11वीं कक्षा की परीक्षाएं भी नहीं हुईं थीं।

चूंकि, अगले माह यानी अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू होना था, इसलिए 1ली से 9वीं एवं 11वीं कक्षाओं के छात्र-छात्रा बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा के लिए प्रमोट कर दिये गये। अनलॉक फेज-वन शुरू हुआ, तो सरकारी प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में मिड डे मील के अनाज बंटने शुरू हुए। इसके लिए बच्चों के अभिभावक बुलाये गये। अनलॉक के अगले चरण में स्कूलों में 5वीं एवं 8वीं कक्षा से प्रमोट हुए बच्चों के क्रमश: 6ठी एवं 9वीं कक्षा में दाखिले के लिए टी. सी. (स्थानान्तरण प्रमाण पत्र) बनने शुरू हुए।

बाद में बच्चों का दाखिला भी शुरू हुआ। 11वीं कक्षा में भी बच्चों के दाखिले शुरू हुए। 28 सितंबर से स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षाओं के क्लासरूम के ताले प्रतिदिन 33 फीसदी छात्र-छात्राओं के लिए मागदर्शन कक्षा के नाम पर खुल गये। उसके बाद हर कार्यदिवस को अधिकतम 50 फीसदी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ 9वीं से 12वीं कक्षा की पढ़ाई चार जनवरी से चल रही है। लेकिन, 1ली से 8वीं कक्षाओं के क्लासरूम के ताले बंद ही हैं।

राज्य में सरकारी स्कूलों की बात करें, तो 72 हजार में 1ली से 8वीं कक्षा में नामांकित बच्चों की संख्या तकरीबन 1 करोड़ 66 लाख है। इन 72 हजार स्कूलों में से तकरीबन साढ़े 28 हजार मिडिल स्कूल हैं, जिनमें 1ली से 8वीं कक्षा की पढ़ाई होती है। बाकी प्राइमरी स्कूल हैं, जिनमें 5वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है।

इसके साथ ही 1ली से 8वीं की पढ़ाई वाले 10 हजार से ज्यादा प्राइवेट स्कूल हैं। 1ली से 8वीं की पढ़ाई वाले माइनरिटी स्कूल हैं। मदरसे एवं संस्कृत स्कूल भी हैं। अगर सभी कोटि के स्कूलों को शामिल कर लें, तो इनकी संख्या तकरीबन एक लाख तो हो ही जायेगी। इनमें 1ली से 8वीं कक्षा में ढाई करोड़ बच्चे तो होंगे ही।