एनसीबी की काररवाई, हथियार भी बरामद
(îनिज प्रतिनिधि)
पटना। पटना के रामकृष्णा नगर थाना अंतर्गत खेमनीचक में किराए के एक मकान से नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और पटना पुलिस की टीम की संयुक्त कारवाई मे ड्रग्स की हाई क्वालिटी वाली वेरायटी मॉर्फिन की खेप को जब्त किया है। इस मामले में युवाओं को नशे का आदि बनाने के कारोबार में शामिल तीन धंधेबाजों को मिथिलेश सिंह के मकान से गिरफ्तार किया गया है। जहां से 710 ग्राम मॉर्फिन और इनके पास से दो पिस्टल और 4 गोली भी बरामद किया गया है।
नारकोटिक्स विभाग के जोनल डायरेक्टर कुमार मनीष ने बताया कि गुप्त सूचना पर रामकृष्णानगर स्थित एक मिथिलेश सिंह के मकान मे छापामारी किया गया जहा से 710 ग्राम मारफिन के साथ दो देशी कट्टा और चार जीवित कारतूस बरामद किया गया। श्री मनीष ने बताया कि इस छापामारी मे तीन तस्करो को दबोचा गया है जिसमे सन्नी कुमार पिता सिद्देश्वर प्रसाद साकिन पोस्टल पार्क बुद्ध नगर गली नंबर 1 थाना कं कडबाग, मून्ना रविदास पिता विजेन्द्र रविदास साकिन पोस्टलपार्क गली नंबर 1, थाना कडबाग और राजू प्रसाद पिता महेन्द्र प्रसाद साकिन चॉदमारी रोड गली सूर्या पथ थाना कंकडबाग शामिल है।
उन्होने बताया कि पकड़े गये तस्करो को रामकृष्णा नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। श्री मनीष ने बताया कि पकडा गया मारफिन को दक्षिण बिहार से लाया गया था और इसे स्ट्रीट पेडलर्स के माध्यम से आगे बिक्री करने के लिए पटना भेजा गया था। उन्होने बताया कि इस बरामदगी और गिरफ्तारी के बाद बिहार मे संचालित मादक पदार्थो के तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड कर एक बडी सफलता हासिल किया है। इस कारवाई से मॉर्फिन की तस्करी करने वालो के लिए एक बडा झटका है।
उन्होने बताया कि एनसीबी ने इस नेटवर्क के वित्तिय निशान पर विशेष ध्यान देने के साथ मामले मे एक व्यवस्थित जांच शुरू की है। इसके अलावे संभावित रूप से राज्य विरोधी गतिविधियो मे जाने वाले आय के संबंध मे भी लिकेज का पता लगाया जा रहा है। उन्होने बताया कि एनसीबी द्वारा किये गये कारवाई में राजन कुमार अधीक्षक,आशुतोष पाडें जूनियर इंटेलिजेँस् ऑफिसर, रवि रंजन खुफिया अधीकारी,धीरज कुमार खफिया अधीकारी,दीपक कुमार खुफिया अधीकारी, मनीष कुमार एसए, वरूण कुमार एसए,सुरजीत कुमार एसए,राकेश कुमार सिंह सिपाही और मार्फिन नेटवर्क का भंडाफोड करने मे पटना अंचल के चालक नरेंद्र पाल सिंह शामिल थे। इसमें सन्नी कुमार राजधानी का सबसे बड़ा ड्रग पैडलर है।
एनसीबी पटना जोन के डायरेक्टर कुमार मनीष के अनुसार, मॉर्फिन की खेप को सन्नी ने ही मंगवाया था। पिछले तीन महीने से वो इस धंधे में है। श्री मनीष ने यह भी बताया कि नारकोटिक्स ब्यूरो को मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजधानी के खेमनीचक इलाके में नशा कारोबारियों का तगड़ा नेटवर्क फैला हुआ है। पूर्व में भी खेमनीचक, रामकृष्णा नगर और आसपास के इलाके जगनपुरा, इंद्रा नगर, जक्कनपुर, मीठापुर बस स्टैंड, पोस्टल पार्क आदि इलाके में नशे के धंधेबाज पकड़े जा चुके हैं। इन नशे के सौदागरों का मुख्य उद्देश्य शहरी युवाओं को नशे में डुबोना है ताकि नशे की तलब में ये अपने नेटवर्क में कई युवाओं को जोड़ अफीम की बिक्री जोर शोर से चलवाने में मददगार बनते रहे।
नई-नई युवा पीढ़ी नशे के चक्कर में छोटे-मोटे आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में भी जुट जाते हैं। बता दें 250 ग्राफ मॉर्फिन बरामद होने पर कानूनी तौर पर कम से कम 10 साल की सजा का प्रावधान है। फिलहाल सन्नी से पूछताछ की जा रही है। उसके नेटवर्क और कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। इसके नीचे में छोट-छोटे कितने ड्रग पैडलर्स काम कर रहे है? वो पटना के किन एरिया में एक्टिव रहते हैं? इस तरह की हर इनपुट को जुटाया जा रहा है।