पटना

बिहारशरीफ: बच्चों में वायरल फीवर के बढ़ते मामले को लेकर जिला स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर


विम्स पावापुरी में बच्चों के लिए 60 बेड की व्यवस्था और 24 घंटे डॉक्टर की तैनाती

      • जिले में 1440157 बच्चे 0 से 18 साल के जो है बिना वैक्सीन के
      • सदर अस्पताल में बच्चों के लिए 34 बेड के अलावा वेंटिलेंटर, कार्डिक मॉनिटर एवं आईसीयू की व्यवस्था

बिहारशरीफ (आससे)। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बच्चों के बीच बढ़ रही वायरल फीवर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है। नालंदा जिले में भी स्वास्थ्य महकमा इस मामले को लेकर अलर्ट हुआ है। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। इस आलोक में सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार ने जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट किया है और बच्चों के केयर रखने वाली चाइल्ड केयर यूनिट को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया है।

जिले में 14 लाख 40 हजार 157 बच्चे है, जिनकी उम्र 0 से 18 साल है। ऐसे बच्चों और किशोरों को ना तो टीका दिया गया है और ना ही फिलहाल कोई देने की योजना है। यही वजह है कि इस आयु वर्ग के लोगों को कोविड आदि से बचाना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती भरा है और ऐसे में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ रहे वायरल फीवर के मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ी है।

सिविल सर्जन ने सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखे और बच्चों  के बीच वायरल फीवर की जानकारी रखे, मॉनिटरिंग करें तथा आवश्यक समझने पर मुख्यालय को सूचित करें। बिहारशरीफ सदर अस्पताल में बच्चों के लिए 34 तो विम्स पावापुरी में 60 बेड की व्यवस्था है। बिहारशरीफ सदर अस्पताल में 10 बेड की आईसीयू वार्ड भी है और इन सभी बेडों कार्डिक मॉनिटर भी लगा हुआ है। जबकि दो बेड वेंटिलेटर युक्त है। इसके अलावा एक पोर्टेबल वेंटिलेटर भी है।

हालांकि अब तक नालंदा जिले में स्थिति सामान्य, लेकिन वायरल फीवर के मामले यहां के बच्चों में दिखा है। लेकिन जिला का स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अभी इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। बच्चों के सही इलाज और इसके लिए पीकू, एसएनसीयू, ईटेट की व्यवस्था है। सरमेरा तथा हरनौत सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दो-दो पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध कराया गया है।

विम्स पावापुरी के प्राचार्य डॉ. पी.के. चौधरी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल इसको लेकर हाई अलर्ट पर है। बच्चों के लिए 60 बेड की व्यवस्था की गयी है, जहां रोस्टर के अनुसार चिकित्सक लगाये गये है। 24 घंटे इनकी तैनाती है। उन्होंने बताया कि यहां वायरल फीवर से ग्रसित 6 बच्चों का इलाज चल रहा है और सभी की हालत सामान्य है, जिन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलेगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लग चुका है। ऑक्सीजन पाइपलाइन से सभी बेडों को जोड़ा जा चुका है। ऐसे में इलाज की समुचित व्यवस्था पर्याप्त है।