पटना (आससे)। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में एक १७ वर्षीय युवक के मुंह में ८२ दांत देख कर दंग रह गए। हैरत की बात यह थी कि ये दांत सामान्य दांतों से अलग थे तथा समय के साथ बढ़ रहे थे। युवक आरा जिले का रहने वाला नीतीश कुमार है। डाक्टरों के अनुसार यह देश का पहला समाचार है। आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. मनीष मंडल के अनुसार नीतीश कुमार काफी परेशान था। वह दर्द से कुछ खा पी नहीं रहा था। हालांकि मुंह के अंदर कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन बाहर दोनों जबड़े के निचले हिस्से में इतनी सूजन थी कि मुंह खोलने से भी तकलीफ होती थी।
डा. मंडल ने बताया कि नीतीश को जांच के बाद यह डिटेक्ट किया गया कि उसके जबड़े में ट्यूमर है। सही इलाज न मिल पाने के कारण वह गंभीर हो गया था। कॉप्लेक्स ओडोन्टोम नामक जबड़े का यह दुर्लभ ट्यूमर डॉक्टरों की टीम ने काटकर निकाल दिया। दंत रोग विभाग के मैग्जिलोफेशियल यूनिट के डा. प्रियंकर सिंह ने बताया कि नीतीश कुमार को ५ साल से निचले दोनों जबड़े में परेशानी थी। दोनों जबड़े काफी फूल गए थे। दोनों कान के नीचे सूजन के कारण चेहरा भी काफी विकृत हो गया था। वह दिल्ली, कोलकाता, वाराणसी के साथ कई बड़े शहरों में इलाज के लिए भटका, लेकिन कहीं से डिटेक्ट नहीं हो पा रहा था।
डा. प्रियंकर ने बताया कि यह साधारण ट्यूमर नहीं है। यह अपने आप में एक बहुत असाधारण ट्यमूर है, जो अनुवांशिक कारणों की वजह से या जबड़े में चोट लगने की वजह से जबड़े एवं दात के बनने की प्रक्रिया में विकृति आने से भी हो जाता है। एनेस्थेसिया की तरफ से डा. गणेश एवं डा. माधुरी ने अपनी सफल भूमिका निभाई। विभागाध्यक्ष डा. ए.के.शर्मा एवं स्थान के निदेशक डा. एन.आरविश्वास ने बिहार के पहले दुर्लभ जबड़े के ट्यूमर और देश के पहले ८२ दांत वाले ऑपरेशन के लिए पूरी टीम को बधाई दी है।