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- रोस्टर क्लियर करने का जिलाधिकारियों को आदेश
- मार्च में होगी मध्यमा परीक्षा, 2022 संस्कृत शिक्षा बोर्ड का बनेगा अपना भवन
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। प्रस्वीकृत संस्कृत स्कूलों में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के रिक्त पदों पर नियुक्ति होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा जिलाधिकारियों को रोस्टर करने के आदेश दिये गये हैं।
माध्यमिक शिक्षा के विशेष निदेशक ने गुरुवार को हुई बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की बैठक में जानकारी दी कि बोर्ड के आग्रह पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव द्वारा सभी जिला पदाधिकारी को रोस्टर क्लियर करने का आदेश दिया गया है। इससे प्रस्वीकृत संस्कृत स्कूलों में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की बहाली की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
आपको बता दूं कि प्रस्वीकृत संस्कृत स्कूलों में तय मानक के तहत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति के अधिकार कमेटी को है। उसे बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा अनुमोदित किये जाने का प्रावधान है। लेकिन, प्रस्वीकृत संस्कृत स्कूलों में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के अधिकांश पद खाली हैं। वर्तमान में 531, 48 एवं 70 कोटि के संस्कृत स्कूलों को मिला दें, तो प्रस्वीकृत संस्कृत स्कूलों की संख्या 649 है।
लेकिन, इनमें 70 कोटि के संस्कृत स्कूल फिलहाल जांच के दायरे में हैं। जांच के दायरे वाले 70 कोटि के स्कूलों को छोड़ दें, तो रोस्टर क्लियर होने से 531 एवं 48 कोटि के 579 प्रस्वीकृत संस्कृत स्कूलों में रिक्त पदों पर शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो जायेगा।
खैर, रोस्टर क्लियर करने के लिए जिला पदाधिकारियों को शिक्षा विभाग द्वारा दिये गये आदेश पर बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की बैठक में प्रसन्नता जाहिर की गयी और विभागीय सहयोग की सराहना की गयी।
मध्यमा परीक्षा, 2022 आगामी मार्च माह में होगी। इसके साथ ही मध्यमा परीक्षा का सत्र नियमित हो गया है। मार्च में होने वाली मध्यमा परीक्षा, 2022 की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है।
शिक्षा विभाग द्वारा बजट की अनुमति दिये जाने पर भी बैठक में प्रसन्नता जाहिर की गयी। बजट के मद में बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड को सात करोड़ रुपये मिलेंगे। इसमें छह करोड़ रुपये वेतनादि मद के होंगे।
माध्यमिक शिक्षा के विशेष निदेशक द्वारा बैठक में यह जानकारी भी दी गयी कि बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के स्थायी भवन हेतु शिक्षा विभाग ने बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम को प्राक्कलन तैयार करने को कहा है। इस पर बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्यों ने शिक्षा विभाग का आभार जताया।
बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. भारती मेहता की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्य कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में श्रीपति त्रिपाठी, सदस्य नवल किशोर सिन्हा, ब्रजकिशोर मिश्र, रत्नेश सदा (विधायक) एवं माध्यमिक शिक्षा के विशेष निदेशक विजय कुमार झा शामिल थे।